जर्मनी में 12 हज़ार से ज़्यादा लोगों पर क़रीब 9 साल तक एक रिसर्च (RESEARCH) की गई कि वो अपने पार्टनर (PARTNER) में क्या तलाश करते हैं। इस रिसर्च के दौरान कई तरह की जानकारियां जुटाईं गईं और निष्कर्ष निकाले गए। इस रिसर्च से ऑनलाइन डेटिंग के लिए भी नई उम्मीदें जगी हैं। जैसे गूगल का क्रोम एप या अन्य कई सेवाएं आपकी पसंद के हिसाब से आपको परिणाम प्रदर्शित करते हैं ठीक वैसे ही अब डेटिंग ऐप भी आप को आप के मिज़ाज के हिसाब से ही ऐसे लोगों से जुड़ने का सुझाव देंगे, जिनका व्यवहार आप से मिलता हो।
ऑनलाइन डेटिंग एप अब कुछ और स्मार्ट हो जाएंगे। वो आपकी पसंद का अध्ययन करेंगे और आपके उसी तरह के साथियों का सुझाव पेश करेंगे जो आपकी पसंद से मैच करते हों। आप किस तरह के गाने और संगीत पसंद करते हैं, भोजन में क्या पसंद हैं। कहां छुट्टियां मनाना पसंद करते हैं इत्यादि कई तरह के अध्ययनों को शामिल किया जाएगा।
हालांकि इसके बाद भी यह गारंटी के साथ नहीं कहा जा सकेगा कि ऑनलाइन डेटिंग एप की स्मार्ट इंटेलिजेंस के चलते आपके सामने जो पार्टनर प्रस्ताव आएंगे उन रिश्तों की लाइफ लम्बी ही होगी लेकिन हां इससे ऑनलाइन डेटिंग एप के कारोबार में जरूर बढ़ोत्तरी होगी और ऑनलाइन डेटिंग एप के संचालकों को उम्मीद है कि विवाहेत्तर रिश्तों के लिए वो ज्यादा बेहतर विकल्प उपलब्ध करा पाएंगे।