कुंभराज। कस्बे के शंकर काॅलोनी में चल रहे एक फर्जी तहसील दफ्तर का भंडाफोड़ हुआ है, आरोपी यहां से हर वह कार्य करता था, जो तहसीलदार करते हैं। काफी दिनों से इस संबंध में अधिकारियों को सूचना भी मिल रहीं थी कि एक युवक हैं जो हर कार्य कराने का दावा करता है। इसके बाद पुलिस के मदद से खुद नायब तहसीलदार अतुल शर्मा ने इस स्थल पर दबिश दी, तो कई फर्जी शासकीय दस्तावेज मिले। इनके माध्यम से ही आरोपी फर्जीवाड़ा करता था।
वह आय, जाति और मूल निवासी प्रमाण पत्र भी बनाकर देता था। आरोपी के घर से मिले दस्तावेजों की जांच-पड़ताल की गई, इसके बाद 2 जुलाई को थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। हालांकि पुलिस यह जांच कर रही है कि उसने अब तक क्या-क्या कार्य कर दिए हैं। इसके आधार पर ही पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हो पाएगा। आरोपी पर धोखाधड़ी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दबिश दी तो आरोपी भाग गया
पुलिस ने युवक के घर पर जब दबिश दी तो वह नहीं मिला था। सिर्फ उसके कमरे में फर्जी दस्तावेज मिले। वहीं परिजन भी घर पर थे, उन्होंने कहा कि उनका बेटा क्या करता था, उन्हें पता नहीं। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरु कर दी। युवक अब तक घर नहीं आया है, पुलिस लगातार उसके अन्य ठिकाने पर भी दबिश दे रही है। नायब तहसीलदार अतुल शर्मा ने बताया कि वह कब से सरकारी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर रहा था, यह अब तक साफ नहीं हुआ है। पुलिस के पास मामला पहुंचा है, आरोपी के पकड़े जाने पर ही पूरा राज सामने आएगा।
यह दस्तावेज मिले :
आरोपी के घर से फर्जी ऋण पुस्तिका, फर्जी बंधक पत्र, फर्जी बंधक मुक्त पत्र, कई बैंकों के बिना हस्ताक्षरित बंधक और बंधक मुक्त पत्र जो साइन चिपकाकर किए गए थे। खाली हस्ताक्षर किया हुआ चेक, खसरा-खतौनी की नकले सहित फर्जी दस्तावेज तैयार करने की सामग्री मिली है।