नई दिल्ली। वीवीआईपी हेलीकॉप्टर से जुड़े मनी लॉड्रिंग के मामले में कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी की अग्रिम जमानत का कड़ा विरोध कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने यू-टर्न ले लिया है। पहले कहा था कि एक महत्वपूर्ण गवाह की हत्या हो गई है, उस मामले में रतुल पुरी संदिग्ध हैं। अब बताया है कि गवाह जिंदा है और जल्द ही जांच में शामिल होगा। इस यू-टर्न के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) संदेह की जद में आ गया है। या तो वो पहले राजनीति से प्रेरित था या अब राजनीति से प्रेरित हो गया है।
पहले कहा था गवाह की हत्या हो गई, अब बताया जिंदा है
ईडी (Enforcement Directorate) ने पहले कहा था कि इस केस के अहम गवाह 73 साल के केके खोसला पिछले चार महीने से गायब हैं, शक है कि उनकी हत्या हो गई है, इसके पीछे रतुल पूरी का हाथ हो सकता है क्योंकि वे गवाहों पर दबाब डाल रहे हैं लेकिन बुधवार को ईडी ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि केके खोसला अगले एक दो दिनों में या बहुत जल्दी जांच में शामिल हो जाएंगे.
3 महीने से गायब है रतुल पुरी का सीए और उसका परिवार
दिल्ली के विकासपुरी इलाके में केके खोसला का घर है, लेकिन वे घर पर नहीं हैं। उनका परिवार भी तीन महीने से इस घर में नहीं है। खोसला कहां हैं, किसी को पता नहीं है। खोसला रतुल पूरी के चार्टड एकाउंटेंट हैं। ईडी ने कोर्ट से यह भी कहा कि केस के जांच अधिकारी को धमकी दी जा रही है। रतुल पूरी के दफ्तर में जिन कर्मचारियों से पूछताछ हो रही है वे रतुल पूरी का आफिस छोड़ रहे हैं।
अब कहा जांच में सहयोग नहीं कर रहे
बुधवार की बहस में एक बार फिर ईडी ने जोर देते हुए कहा कि रतुल पुरी को इस केस में आरोपी क्रिश्चियन मिशेल और राजीव सक्सेना के जरिए बड़ी मात्रा में पैसा मिला है। उनके खिलाफ सबूत हैं और वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं इसलिए उन्हें अग्रिम जमानत न दी जाए।
गुरूवार को जमानत पर फैसला होगा
इस मामले की सुनवाई गुरुवार को भी जारी रहेगी। इस मामले में सोमवार से मैराथन सुनवाई चल रही है। बचाव और अभियोजन पक्ष की तरफ से तीखी बहस की जा रही है। रतुल पूरी की अग्रिम जमानत याचिका के मामले में ईडी ने अपने अरगुमेंट पूरे कर लिए हैं। रतुल पुरी को कल तक अंतरिम प्रोटेक्शन जारी रहेगा।