इंदौर। इस वर्ष देवी अहिल्याबाई की 224वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में डेढ़ माह तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे। आयोजन की तैयारियों को लेकर देवी अहिल्या उत्सव समिति के कार्यालय पर बैठक हुई। इसमें समिति अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि अहिल्या उत्सव के कार्यक्रमों का प्रचार-प्रसार करने के लिए हम बैनर भले ही बनाएं, लेकिन उन पर केवल देवी अहिल्याबाई का ही चित्र होना चाहिए। उन बैनरों पर मेरा चित्र लगाने की भी जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि पुण्यश्लोका देवी अहिल्याबाई के काम में जुटने वाले हर कार्यकर्ता के मन में गौरव का भाव होना चाहिए। देवी अहिल्याबाई का काम करने वाले कार्यकर्ता को समाज भी विशेष सम्मान की नजर से देखता है। देवी अहिल्याबाई ने जिस तरह का शासन किया और अपने जीवन में जिन गुणों को उन्होंने अपनाया, यह बात समाज के हर वर्ग तक पहुंचाना कार्यकर्ताओं के मनोबल से ही संभव होगा। कार्यकारी अध्यक्ष अशोक डागा और प्रचार प्रमुख राम मूंदड़ा ने बताया कि डेढ़ माह तक चलने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत 21 जुलाई से होगी।
29 अगस्त को 224वीं पुण्यतिथि पर गुणीजन सम्मान समारोह होगा और पालकी यात्रा निकाली जाएगी। बैठक में सचिव विट्ठलराव गावड़े, सुधीर देड़गे, विनीता धर्म, शरयू वाघमारे, अनिल भोजे, कमलेश नाचन आदि मौजूद थे।