भोपाल। कर्नाटक के बाद उत्साह में आई मध्य प्रदेश भाजपा की विधानसभा में आज जमकर किरकिरी हुई। दंड विधि संशोधन विधेयक पर मत विभाजन किया गया। इसमें सरकार को 122 वोट मिले। चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा के 2 विधायकों ने सरकार के पक्ष में वोट किए। बता दें कि आज सुबह ही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा था कि यदि नंबर 1 और नंबर 2 से इशारा हुआ तो 24 घंटे में सरकार गिरा देंगे।
विधानसभा में दंड विधि संशोधन विधेयक पर मत विभाजन की अपील की गई थी। सीएम कमलनाथ ने बताया कि बीजेपी के शरद कोल और नारायण त्रिपाठी हमारे साथ हैं। दोनों ने कांग्रेस सरकार के समर्थन में वोट किया। सरकार को कुल 122 वोट मिले जबकि सदन में कांग्रेस के सिर्फ 109 विधायक हैं। स्वभाविक है 4 निर्दलीय, 2 बसपा और 1 सपा के अलावा भाजपा के विधायकों ने भी सरकार को वोट दिया है।
वोटिंग के बाद सीएम कमलनाथ ने कहा कि, कई दिनों से ये बात चल रही थी कि ये सरकार अल्पमत में है लेकिन आज दंड संशोधन विधेयक के दौरान हुई वोटिंग में भाजपा के दो विधायकों ने हमारे पक्ष में वोट किया। इसमें मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी और ब्यौहारी के विधायक शरद कोल हैं। उन्होंने कहा कि, "मुझे ये बात साबित करनी थी कि ये सरकार अल्पमत में नहीं थी और आज विधेयक के पक्ष में हुई वोटिंग से ये साफ हो गया है। इतना ही नहीं बसपा, सपा और निर्दलीय विधायक भी हमारे साथ हैं। इस मौके पर शरद त्रिपाठी ने कहा कि, मेरी घर वापसी हुई है।"