विदिशा। डेढ़ साल पहले एक युवक की हत्या कर लाश को पेड़ से टांग दिया गया था। पुलिस डेढ़ साल में हत्यारे की तलाश नहीं कर पाई। अब उसी युवक के पिता की लाश भी पेड़ से लटकी हुई मिली है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस 2 दिन तक लगातार पिता को प्रताड़ित करती रही। वो पिता को अपने ही बेटे की हत्या के केस में फंसाना चाहती थी। मामला ग्यारसपुर पुलिस थाने का है।
डेढ़ साल पहले रेवाराम पुत्र गंगाराम चिढ़ार की लाश एक खेत में संदिग्ध हालात में पड़ी हुई मिली थी। रेवाराम की पीएम रिपोर्ट में हत्या होना पाए जाने पर पुलिस जांच कर रही थी। पुलिस अब तक हत्यारे की तलाश नहीं कर पाई थी। मृतक की बेटी रीना का कहना है कि उसके भाई रेवाराम की मौत के मामले में उसके पिता के साथ पुलिस दो दिन से थाने में पूछताछ के दौरान बुरी तरह मारपीट की है। पुलिस की प्रताड़ना की वजह से उसका पिता गहरे तनाव में आ गया था। रात तीन बजे तक परिवार के लोगों ने गंगाराम को घर में ही देखा था। इसके बाद सुबह जब परिवार के लोग उठे तो गंगाराम घर पर दिखाई नहीं दिया। आसपास ढूंढने पर घर से कुछ दूरी पर एक पेड़ पर गंगाराम का शव लटका हुआ दिखाई दिया।
पुलिस पिता को बेटे की हत्या के केस में फंसाना चाहती थी
बेटी रीना का आरोप है कि उसके पिता गंगाराम पर ही बेटे की हत्या का संदेह जताकर परेशान कर रही थी। दो दिन से थाने में पूछताछ के लिए पुलिस उसके पिता गंगाराम को बुलाकर मारपीट कर रही थी। इसी प्रताड़ना से तंग आकर उसके पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या का कदम उठाया है।