इंदौर। कलेक्ट्रेट परिसर पर सोमवार को ओला कैब के खिलाफ ऑटो चालकों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान ऑटो चालकों के नेता इंदर सिंह यादव एवं निलेश गहलोत ने खुद पर कैरोसिन डालकर आत्महत्या का प्रयास किया। तैनात पुलिस बल ने तत्काल लाठीचार्ज कर दिया। सभी प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया गया। कहा जा रहा है कि कई प्रदर्शनकारियों को गंभीर चोटें भी आईं हैं।
मिली जानकारी अनुसार पिछले कई दिनों से ओला कैब संचालक और ऑटो चालक संघ के बीच आपसी विरोध चल रहा है। ऑटो चालक संघ ओला कैब का इंदौर में विरोध कर रहे हैं, इसके चलते सोमवार को आटो चालक संघ कलेक्टर कार्यालय पर कलेक्टर लोकेश जाटव से मिलने पंहुचे थे, लेकिन अचानक ऑटो चालकों द्वारा एक कार से घासलेट निकालकर खुद पर डाल कर आग लगाने का प्रयास किया गया, जिसके बाद पुलिस ने इन चालकों पर लाठी चार्ज कर उन्हें कलेक्टर ऑफिस से बाहर खदेड़ा।
जूनी इंदौर सीएसपी दिशेष अग्रवाल ने बताया कि ओला कैब को लेकर शहर में ऑटो ड्राइवर लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। इसी मुद्दे को कैब संचालक और इनके कुछ साथी कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे। भीतर बात चल ही रही थी कि बाहर खड़े ड्राइवर नीलेश और इंदर ने केरोसिन डालकर आत्मदाह की कोशिश की। इससे केरोसिन छुड़ाकर मामले को शांत करने की कोशिश कर ही रहे थे कि इनके साथ आए अन्य साथियों ने हंमागा कर दिया।
आत्मदाह की धमकी दी थी
आग लगाकर खुद को जलाने की कोशिश करने वाले इन्दर सिंह यादव ने साथियों के लिए एक लेटर खिला था, जिसमें उसने लिखा था कि - मैं आप लोगों से यह कहना चाहता हूं कि जब से ओला कंपनी इन्दौर मे आई है, तकरीबन तभी से मैं आप सब के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ते हुए आया हू और ऐसे कई मामले है, ज़िसमे मैंने आपके सहयोग से जीत भी हासिल की है। लेकिन अब बात अपने अस्तित्व के लिए बन आई है और 10 दिनों की हड़ताल में आप सभी लोगों को नुकसान में डालने के बाद ओला के अधिकारियों द्वारा लिखित मे आश्वासन देने के बाद भी मैं आपको न्याय नहीं दिला पाया हूं, ज़िसका दिल से मुझे दुख है, लीहाजा मैंने और मेरे सहयोगी निलेश गहलोत ने 26 अगस्त को कलेक्टर कार्यालय में सुबह 11 बजे आत्मदाह करने का फैसला लिया है। मेरा फैसला अडिग है। आत्मदाह को लेकर पोस्टर भी बांटे गए थे, जिसके बाद कलेक्ट्रेट में बल तैनात किया गया था।