हरपालपुर। असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रदेश सचिव प्रवीण खरे की 6 वर्षीय बेटी पर्णिका का क्रोनिक लिवर बीमारी से दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में आज सुबह 8 बजकर 20 मिनिट पर निधन हो गया। पर्णिका के इलाज मेें मदद के लिए गुहार लगाई गई थी। सरकार तो नहीं लेकिन समाज के कई हाथ मदद के लिए उठे भी थे।
6 वर्ष की मासूम पर्णिका की बीमारी के इलाज में डॉ के मुताबिक करीब 30 लाख रुपए खर्च आ रहा था। प्रवीण खरे ने अपने जीवन के 20 साल तन मन धन कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित किया। प्रवीण के जीवन में जब यह संकट आया, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। उम्मीद थी कि सरकार मदद करेगी। नहीं तो पार्टी जरूर कुछ ना कुछ करेगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो पाया।
भोपाल समाचार ने प्रवीण खरे की ओर से मदद की अपील की थी। उनकी आवाज को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया था। सरकार को स्वतंत्रता दिवस समारोह के आनंद में थी लेकिन कुछ सामाजिक लोगों ने जरूर मदद का हाथ बढ़ाया था। इससे पहले कि मदद पहुंच पाती, मौत मासूम बेटी तक पहुंच गई।