भोपाल। अलीगढ़ उत्तरप्रदेश के किसान दिवाकर पाठक के 17 वर्षीय बेटे अनुराग पाठक की फांसी पर लटकी हुई लाश मिली है। वो अपने बुआ के घर में रह रहा था। 12वीं में उसने 78 प्रतिशत अंक अर्जित किए थे। भोपाल में वो नीट की कोचिंग के लिए आया था। शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
ग्राम गंगीरी, अलीगढ़ निवासी 17 वर्षीय अनुराग पाठक ने इसी साल 78 फीसदी अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा पास की थी। पिता दिवाकर किसान हैं, वे इकलौते बेटे को डॉक्टर बनाना चाहते थे। इसलिए नौ जून को उन्होंने अनुराग को नीट यूजी की तैयारी करने के लिए भोपाल भेज दिया। तभी से वह फॉर्चून्य सौम्या हेरिटेज में रहने वाली अपनी बुआ सीमा शर्मा के घर रहने लगा था।
उसका दाखिला एमपी नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर में हुआ था। बुआ सीमा शर्मा का कहना है कि रविवार शाम साढ़े चार बजे सीमा एक किटी पार्टी में शामिल होने चली गई थीं। उस वक्त अनुराग पढ़ाई कर रहा था। दो घंटे बाद लौटीं तो दरवाजा अंदर से बंद था। दस्तक के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ दिया। अंदर जाकर देखा तो अनुराग ने फांसी लगा ली थी। फूफा शैलेंद्र शर्मा ने बताया कि नीट यूजी की तैयारी में वह काफी प्रेशर महसूस कर रहा था। हो सकता है कि इसी प्रेशर के कारण उसने ये कदम उठाया हो।