ग्वालियर। अतिथि शिक्षकों (ATITHI SHIKSHAK) ने अपनी आवाज सीएम हाउस (CM House) तक पहुंचाने के लिए अब सड़कों पर उतरना शुरू कर दिया है। बता दें कि ये वही अतिथि शिक्षक हैं जिन्होंने शिवराज सिहं की 50 से ज्यादा सभाओं को किरकिरा कर दिया था। ये छापामार विरोध प्रदर्शन में माहिर हैं।
नियमितीकरण (Regularization) की मांग को लेकर संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिक्षकों का कहना है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले घोषणा की थी कि वह सत्ता में आते ही शिक्षकों का नियमितीकरण करेगी। लेकिन अब अपने वादे से मुकर गई और कुठाराघात किया जा रहा है। सरकार को अपने वादे के मुताबिक कार्य करना चाहिए। शिक्षकों का कहना है कि अगर नियमितीकरण नहीं किया जाता है तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। मंगलवार से शुरू हुआ धरना (Protest) आज बुधवार तक रहेगा।
इस धरने में प्रदेश सरकार के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, लाखन सिंह, इमरती देवी, विधायक प्रवीण पाठक, मुन्नालाल गोयल को भी आमंत्रित किया गया है कि वह हमारी समस्याओं को आकर सुनें और मुख्यमंत्री से निराकरण कराएं। धरने में नीतू राजावत, रामकृष्ण कुशवाह, माता प्रसाद कौरव, वंदना गौतम, देवेंद्र सोनी, रवि गौतम, सतीश दुबे, संतोष झा, विनोद गोयल, मनोज यादव, विशंभर सिंह, मुकेश सैनी, जीतेंद्र पाठक, देवेंद्र बरैया, जनकलाल, धर्मेंद्र कुशवाह, निर्मला कुशवाह, रामनरेश शर्मा, गोविंद कटारे, देवेंद्र गौड़, अशोक बंसल आदि शामिल हैं।