भोपाल। दाल, चावल, बटर और पनीर आदि में मिलावट व अन्य तरह की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ भोपाल में पहली बार बड़ी कार्रवाई की गई है। मंगलवार को छह कारोबारियों पर अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज की गई है। बुधवार को इन पर रासुका के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
इन प्रतिष्ठानों पर दर्ज कराई FIR
TEST OF INDIA MP NAGAR- बटर में बाहरी चीज की उपस्थिति व मावा में फैट की मात्रा कम मिली।
RAJBHOG MARKETING KOH-E-FIZA -कोर्बोनेटेड फ्रूट ड्रिंक मिथ्याछाप मिला।
DELHI DARBAR 10 NUMBER MARKET - पनीर में फैट की मात्रा कम मिली।
HOTEL LEELA FOODS AIRPORT ROAD - पनीर में पॉमोलीन ऑयल पाया गया।
HOTEL SKYLON GANDHI NAGAR -तुअर दाल में छोटे टुकड़ों की मात्रा ज्यादा मिली।
फेयर प्राइज शाप (पीडीएस दुकान) ईटखेड़ी- चावल में कीड़े मिले।
दरअसल, सोमवार को खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की जांच में इन कारोबारियों के प्रतिष्ठानों से लिए गए नमूने फेल पाए गए थे। जांच में छह नमूने अमानक व एक मिथ्याछाप (मिसब्रांडेड) मिला था। उक्त कार्रवाई स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के निर्देश पर की गई है।
साथ ही मंत्री ने घोषणा की है कि जो भी मिलावट की सूचना देगा उसे अब 25 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। बता दें कि अभी तक सिर्फ मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक (अनसेफ) खाद्य पदार्थ मिलने पर ही एफआईआर दर्ज कराई जाती थी।
मिलावट की सूचना देने पर इनाम की राशि 11 हजार से बढ़ाकर 25 हजार
स्वास्थ्य मंंत्री ने मिलावट करने वालों की सूचना देने पर इनाम की राशि 11 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दी है। हफ्ते भर पहले 11 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की गई थी। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
मंत्रालय में मंगलवार को प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य पल्लवी जैन, संभागायुक्त, डीआईजी, कलेक्टर व खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने यह घोषणा की है। मंत्री ने कहा है कि जिलों में सालों से जमे खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को बदला जाएगा। उन्होंने नमूनों की जांच में तेजी लाने को कहा है। मंत्री ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों से कहा है कि नई मशीनें खरीदना पड़े या कुछ और संसाधन की जरूरत हो तो बताएं, पर जांच में देरी नहीं होनी चाहिए।