भोपाल। एसडीएम कोर्ट में जिन मुंशियों की नवीन पदस्थापना की गई है, उनमें ज्यादातर पुलिसकर्मियों को गंभीर आरोपों के चलते थानों से हटाया गया था। प्रचलित मामलों में ये कर्मचारी अभी तक आरोप मुक्त नहीं हुए हैं। बावजूद इसके इन्हे कोर्टमुंशी जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे दी गई है।
रक्षित निरीक्षक विजय दुबे ने जिन नए कोर्ट मुंशियों की सूची जारी की है, उनमें कुछ नाम पदस्थापना की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं। व्यापमं घोटाले का अभियुक्त बीर बहादुर सिंह बघेल को नियुक्त किया गया है जबकि व्यापमं मामले में ज्यादातर आरोपियों को सजाएं हो रहीं हैं। नरेंद्र के खिलाफ बलात्कार के मामले में लापरवाही का आरोप है।
बताया जा रहा है कि अनिल बघेल को शिकायत के बाद जिला कोर्ट से हटाया गया था। अब एसडीएम कोर्ट में पदस्थ कर दिया गया है। गजराज यादव एक महिला की मौत के मामले में सस्पेंड हुए थे। पुलिस हिरासत में शिवम मिश्रा की मौत के मामले में राजकुमार को लाइनअटैच किया गया था।