भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, मैनिट और एनएलआईयू में कश्मीरी छात्र पढ़ते हैं। पुलिस ने सभी संस्थाओं से कश्मीरी छात्रों की जानकारी मांगी है।
बीयू को पता ही नहीं कितने कश्मीरी पढ़ते हैं
बीयू द्वारा कभी भी कश्मीरी विद्यार्थियों का कोई वैरिफिकेशन नहीं किया जाता है, इसलिए वह पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दे पाया है। बीयू सहित इससे संबंद्ध कॉलेजों में प्रवेश के लिए कश्मीरी विद्यार्थियों का कोई वैरिफिकेशन नहीं किया जाता है और न विवि के छात्रावास में रहने वाले कश्मीरी छात्र-छात्राओं की जानकारी भी निकट के थाने में दी जाती है।
बीयू का आतंकवादी कनेक्शन भी सामने आ चुका है
अभी इस सत्र में भी एडमिशन हुए विद्यार्थियों की पूरी सूची विवि के पास नहीं है। गौरतलब है कि 2018 में एक आतंकवादी को जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। उसने बीयू में रहकर एमएससी और बीएड की डिग्री प्राप्त की थी। इसे देखते हुए पिछले साल भी पुलिस प्रशासन ने कश्मीरी विद्यार्थियों की सूची मांगी थी।
अनुमान करीब 300 छात्र बीयू में हैं
बीयू के विभिन्न् विभागों में लगभग 300 से अधिक कश्मीरी विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें फिजिक्स, कैमिस्ट्री, जूलॉजी, बॉटनी, सोशियोलॉजी, पॉलीटिकल साइंस जैसे विषयों से पीजी कर रहे हैं। वहीं कुछ विद्यार्थी बीएड और पीएचडी भी कर रहे हैं। संजय गांधी छात्रावास में 6 छात्र रह रहे हैं। अभी वे सभी कश्मीर गए हुए हैं।
कश्मीरियों ने अनुच्छेद-370 पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी
मो. नसीम खान, छात्र ने कहा बीयू से पीएचडी कर रहा हूं। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 खत्म करने को लेकर अभी मेरे पास कोई जानकारी नहीं है। मो नजर खान, छात्र ने कहा बीयू से एमएड की पढ़ाई कर रहा हूं। अभी तक परीक्षा नहीं हुई है, इसलिए यहां रह रहा हूं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के संबंध में कुछ नहीं बोल सकता।