भोपाल। भाजपा नेता, पूर्व विधायक एवं एमपी नगर व आसपास इलाके में गुमठी संचालकों के नेता सुरेंद्रनाथ सिंह मम्मा ने कमलनाथ सरकार को चुनौती दी है कि यदि शासन प्रशासन में दम है तो वे पुराने शहर के शाहजहांनाबाद, काजी कैंप और करोंद से अतिक्रमण हटाकर दिखाए। साथ ही धमकी दी है कि यदि सरकार ने मांगें नहीं मानी तो सरकार का कोई भी आदमी सड़क पर नहीं चल पाएगा, सड़कें बंद कर देंगे।
हमारी सरकार ने गलती की थी तो क्या कांग्रेस भी वही गलती करेगी
मंगलवार को सिंह के नेतृत्व में दोपहर 12 बजे विभिन्न् मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के वादा खिलाफी के विरोध में सीएम हाउस के बंगले का विरोध करने के लिए कार्यकर्ताओं के साथ निकले थे। लेकिन रोशनपुरा चौराहे पर प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक लिया। इसके साथ ही कार्यकर्ता शहर में अलग-अलग रास्ते से रैली की शक्ल में नारेबाजी करते हुए सीएम हाउस का घेराव की तैयारी थी लेकिन हर जगह पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक लिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में अपने ही पिछली भाजपा सरकार को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि पिछली सरकार से भी कुछ गलतियां हुई हैं, तो क्या वर्तमान सरकार भी गलती करेगी?
मम्मा खुद गिरफ्तारी देने पहुंचे
श्यामला हिल्स के पास तीन चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। फिर शाम को सुरेंद्रनाथ अपने कार्यकर्ताओं के साथ टीटी नगर थाने में गिरफ्तारी दी। पुलिस ने सुरेंद्रनाथ सहित 15 लोगों के खिलाफ रास्ता रोकने, बलवा करने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के मामले में नामजद मामला दर्ज किया है। जबकि 13 को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा अन्य 60-70 कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। सीएसपी उमेश तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं ली गई थी, जांच के बाद भीड़ में शामिल अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी होगी।
पुलिस से हुई धक्कामुक्की
पूर्व विधायक सिंह कार्यकर्ताओं के साथ रोशनपुरा से नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े, लेकिन चौराहे के पास ही भीड़ को पुलिस ने रोक लिया। यहां कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई, इसके बाद कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए। थोड़ी देर बाद एसडीएम को ज्ञापन देकर धरना खत्म कर दिया। इसके साथ ही अन्य स्थानों पर भी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कई जगह बने ट्रैफिक जाम के हालात
- रोशनपुरा के पास एक रास्ता बंद होने के कारण पहले बीआरटीएस को बंद किया गया, फिर इसे आम आदमी के लिए खोल दिया गया। यहां से निकलने के दौरान दोपहिया वाहन आपस में भिड़ गए। जिन्हें पुलिस ने उठाया। हालांकि किसी को चोट नहीं आई।
- रेतघाट की तरफ से भी लोग नारेबाजी करते हुए सीएम हाउस के लिए निकले थे, उन्हें वहीं पर रोक लिया गया। इस दौरान केबल स्टे ब्रिज बंद होने के कारण कमलापार्क से वीआईपी रोड तक ट्रैफिक थम गया। पूरे जगह करीब आधे घंटे तक जाम रहा। इससे लोग परेशान हुए।
- एमपी नगर डीबी मॉल के पास से राजेंद्र गुप्ता की अगुवाई में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े, लेकिन एमपी नगर थाने के सामने वाले चौराहे के पास भीड़ को रोक लिया। यहां ज्ञापन के बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।
इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
बेरोजगारों को रोजगार भत्ता देने का वादा, किसानों की कर्ज माफी, प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था, गुमठियों को बिना व्यवस्थित किए हटाने के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। बता दें कि पिछले महीने भी पूर्व विधायक के नेतृत्व में चारों ओर से वल्लभ भवन का घेराव करने की तैयारी थी। इस दौरान उन्होंने सीएम कमलनाथ का खून बहाने वाला विवादित बयान भी दिया था। इसके बाद कांग्रेसियों की शिकायत पर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।