भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का बड़ा तालाब फुलटेंक लेवल पर आने वाला है। आज यह 1666.30 रिकॉर्ड किया गया। इसकी अधिकतम क्षमता 1666.80 फीट है यानी मात्र 0.50 फीट की जरूरत शेष रह गई है। इसी के साथ सबकी नजरें बड़ा तालाब की ओर घूम गईं हैं। लोग देखना चाहते हैं कि क्या सरकार इसे फुलटेंक तक जाने देगी या किसी साजिश के तहत कुछ खाली रहने दिया जाएगा। बता दें कि तालाब के आसपास कई करोड़पतियों के निर्माण तन चुके हैं, यदि तालाब फुल हुआ तो करोड़पतियों को करोड़ों का नुक्सान हो सकता है।
बारिश को देखते हुए बड़े तालाब के निकट भदभदा बस्ती को अलर्ट कर दिया गया है और कंट्रोल रूम से कोलांस नदी पर नजर रखी जा रही है। जिससे तालाब में आ रहे पानी के लेवल को देखा जा सके। अगर दिन में सीहोर और बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया में बारिश हुई तो भदभदा के गेट खोले जा सकते हैं।
इसलिए राजधानी हो गई तरबतर
जबलपुर से 75 किमी दूर बना मानसूनी सिस्टम गुरुवार रात जब सागर-दमाेह की ओर से आया ताे भाेपाल में इसने झमाझम बारिश कराई। इससे पहले इसी सिस्टम ने गुरुवार सुबह से शाम तक जबलपुर, अशाेकनगर, गुना समेत प्रदेश के ज्यादातर शहराें काे तर कर दिया। राज्य के 30 शहराें में भारी बारिश हुई।
तीन साल में इस सीजन की सबसे ज्यादा बारिश
वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि भाेपाल में गुरुवार को सुबह 8:30 बजे से शुक्रवार को सुबह 8.30 बजे तक 84.2 मिमी (करीब 3.3 इंच) पानी बरसा। राजधानी में रात में करीब 3 घंटे तेज बारिश हुई। अगस्त के अभी 21 दिन बाकी हैं, लेकिन इस सीजन में अब तक भोपाल में 910 मिमी से ज्यादा बारिश हाे चुकी है। तीन साल बाद बारिश का आंकड़ा यहां तक पहुंचा है।