इंदौर। आय से अधिक संपत्ति के आरोप में लाेकायुक्त पुलिस ने पीथमपुर नगर पालिका के जिस सहायक राजस्व निरीक्षक महेश पटेल के यहां छापा मारा था। उसकी संपत्ति की जांच जारी है परंतु इस दौरान वह गरीबी रेखा के नीचे रहने वाला निकला। सर्विस रिकॉर्ड से पता चला है कि करीब 1 करोड़ के आसामी इस “गरीब आदमी’ के पास से गरीबी रेखा का कार्ड व आठ बैंक खाते भी मिले हैं।
पत्रकार राहुल दुबे की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को इनकी पड़ताल की गई तो पता चला कि नौकरी में आने से पहले पटेल ने गरीबी रेखा के नीचे रहने का कार्ड बनवा रखा था। गरीबी परिवारों को राज्य सरकार को सुविधाएं देती है, उसका लाभ भी वह लेता रहा। 1992 मेें पटेल पीथमपुर नगर पंचायत में सचिव के पद पर पदस्थ हुआ था। 2000 में पीथमपुर नगर पालिका बनी। 2003 में वह सहायक राजस्व निरीक्षक बना। लोकायुक्त पुलिस इसकी भी जांच करेगी कि नौकरी में आने के बाद भी उसने गरीबी रेखा के नीचे का कार्ड बनवा रखा था। उस कार्ड के जरिए सुविधाएं ली या नहीं?
डीएसपी एसएस यादव के मुताबिक पटेल और परिजनाें के आठ खाते मिले हैं। इन खातों में कितने रुपए हैं, इसकी जानकारी के लिए लीड बैंक को पत्र लिखा है। सभी खातों को फ्रीज भी करवा दिया है। जब तक प्रकरण का निराकरण नहीं होगा, तब तक खाते फ्रीज रहेंगे। पटेल को पीथमपुर से हटाने के लिए भी पत्र लिखा है।