भोपाल। आदिम जाति कल्याण विभाग के चमत्कारी कारनामे जारी है। पूरे प्रदेश में कई योग्य शिक्षक तबादलों का इंतजार करते रहे। तबादला नीति के तहत पात्र होने के बावजूद उनके आदेश नहीं आए और डिंडौरी जिले में आदिम जाति कल्याण विभाग ने रिटायर हो चुके शिक्षक का भी तबादला आदेश जारी कर दिया है। रिटायर शिक्षक के तबादले के अलावा जिले के कई स्कूलों में जहां सिर्फ एक शिक्षक पदस्थ थे उनका भी तबादला आदिम जाति कल्याण विभाग ने कर दिया है, जिसके कारण जिले के कई स्कूल शिक्षक विहीन हो गए हैं।
संता सिंह मरावी 9 जुलाई 2019 को पड़रिया माल माध्यमिक शाला से रिटायर हो चुके हैं लेकिन विभाग ने 8 अगस्त 2019 को जारी शिक्षकों के तबादला सूची में रिटायर्ड शिक्षक संता सिंह मरावी को पड़रिया माध्यमिक शाला से अमनी पिपरिया माध्यमिक शाला में तबादले का आदेश जारी कर दिया गया है। तबादले की जानकारी लगने के बाद रिटायर्ड शिक्षक हैरान हैं। विकासखंड शिक्षा अधिकारी मामले से अनजान बनती नजर आ रही हैं। मामला उजागर होने के बाद शिक्षकों का तबादला करने वाले आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं।
मंत्री के जिले में गड़बड़ी हुई है
बीजेपी ने शिक्षकों के मनमाने तबादले के मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग को आड़े हाथ लेते हुए प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। गौरतलब यह है कि जिस आदिम जाति कल्याण विभाग ने शिक्षकों के तबादले में मनमानी और गड़बड़ी की है, उस विभाग के कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम हैं और डिंडौरी मंत्री ओमकार मरकाम का गृह जिला है। मंत्री के जिले में उनके ही विभाग का ये हाल है तो प्रदेश में क्या हालात होंगे इसका अंदाजा बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है।