नई दिल्ली। रिलायंस जियो ने देश में स्टार्ट-अप के विकास और उनको सहारा देने के लिए उनको मुफ्त कनेक्टिविटी से लेकर निवेश करने तक के कई ऐलान किए हैं। देश भर में क्लाउड कंप्यूटिंग का ढांचा पेश करने के लिए दिग्गज टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो और दुनिया की प्रमुख सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने हाथ मिलाया है। सालाना महासभा (AGM) को संबोधित करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस साझेदारी से भारत में एक तरह का डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन आ जाएगा। इस समझौते के तहत माइक्रोसॉफ्ट भारत में रिलायंस जियो के नेटवर्क पर अपना एज्योर क्लाउड सुविधा प्रदान करेगी। इसके लिए कारोबार और उद्यम जगत को लक्षित किया जाएगा। इससे इस सेक्टर में एक बड़ा टेक्नोलॉजिकल बदलाव आएगा।
इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने कहा, 'हम मिलकर एक व्यापक टेक्नोलॉजी समाधान पेश कर सकते हैं।' जियो-माइक्रोसॉफ्ट गठजोड़ के द्वारा देश भर में वर्ल्ड क्लास डेटा सेंटर स्थापित किए जाएंगे। मुकेश अंबानी ने कहा कि इससे ज्यादा से ज्यादा संगठनों को अपनी डिजिटल क्षमता के लिए जरूरी टूल और प्लेटफॉर्म हासिल हो सकेगा।
स्टार्ट-अप को मुफ्त कनेक्टिविटी
इस साझेदारी की घोषणा करते हुए मुकेश अंबानी ने यह भी कहा कि उभरते स्टार्ट-अप को मुफ्त इंटरनेट, नेटवर्क कनेक्टिविटी दी जाएगी। रिलायंस जियो इस कनेक्टिविटी और क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर का पूरा खर्च उठाएगी। इसके अलावा रिलायंस ने चुनींदा स्टार्ट-अप में निवेश करने पर भी जोर दिया है। मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस ऐसे स्टार्ट-अप में निवेश करेगी जो कंपनी के कारोबार के अनुकूल हैं।
MSME के लिए भी प्लान
इसके अलावा जियो ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को 1,500 रुपये महीने पर कनेक्टिविटी और अप्लीकेशन मुहैया कराने की घोषणा की है। गौरतलब है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) द्वारा सोमवार को 42वें एनुअल जनरल मीटिंग का आयोजन किया गया था। इसमें कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने जानकारी दी कि अब तक जियो के ग्राहक 34 करोड़ से ज्यादा हो गए हैं। साथ ही ये भी जानकारी दी गई है कि जियो किसी भी एक देश में ऑपरेट होने वाली दुनिया की दूसरी बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई है।