इंदौर। खजराना गणेश मंदिर (Khajrana Ganesh Temple) को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। भारतीय खाद्य सुरक्षा व मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India) ने इसे 130 में से 119.5 अंक देकर सेफ भोग प्लेस घोषित किया है। इससे यहां मिलने वाले भोजन, लड्डू के प्रसाद की गुणवत्ता प्रमाणित हो गई है। उल्लेखनीय बात यह है कि देश में अभी तक सिर्फ दो मंदिरों को यह उपलब्धि मिली है, उसमें उज्जैन के महाकाल मंदिर का पहला स्थान था और अब खजराना गणेश दूसरा बन गया है।
इसके लिए मंदिर के अन्न क्षेत्र, प्रसाद की दुकानों से खाद्य सामग्रियों के सैंपल विभिन्न पैमानों पर जांचे गए और फिर 12 व 13 अगस्त को एफएसएसएआई के मुख्य ऑडिटर सतीश कुमार ने इनका ऑडिट किया। ऑडिट में मंदिर प्रबंधन समिति को सेफ भोग प्लेस (Safe Bhog Place) प्रमाणन के लिए 130 में से 119.5 अंक मिले। इस पर एफएसएसएआई ने मंदिर समिति की भोजनशाला को सेफ भोग प्लेस प्रमाण पत्र जारी किया।
यह प्रमाण पत्र मंदिर की भोजनशाला में सामग्री के उचित भंडारण, बेहतर सफाई, कीड़ों को रोकने के लिए जाली, जंगमुक्त बर्तन व मशीनरी के उपयोग के जरूरी मापदंडों पर खरा उतरने पर मिला। इसके अलावा बर्तनों की धुलाई, आरओ पानी का उपयोग, कर्मचारियों की व्यक्तिगत सफाई और मेडिकल जांच रिपोर्ट भी पैमाना थी।
इस सर्टिफिकेट के लिए कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव और निगमायुक्त आशीष सिंह ने पहल की थी। इसके लिए भोजनशाला के कर्मचारियों को कई दिनों तक ट्रेनिंग दी गई। लड्डू की दुकानों पर भी लगातार जांच व हिदायतें दी गई।