भोपाल। स्टूडेंट्स अपने पेरेंट्स की डांट से बचने के लिए कुछ भी करते हैं। भोपाल पुलिस के सामने हाल ही में ऐसे तीन-चार मामले सामने आ चुके हैं जिनमें गर्लफ्रेंड के साथ पार्टी करके लौटे छात्रों ने अपने अपहरण की झूठी कहानी बता दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की तो पता चला कि बच्चे तो पुलिस के साथ भी PUBG खेल रहे थे।
केस 1 -10 वीं की छात्रा ने रची खुद अपहरण की कहानी
24 जुलाई को बरखेड़ा पठानी कृष्णा नगर निवासी 10वीं की 16 वर्षीय छात्रा कोचिंग के बजाए अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ घूमने चली गई थी। देर रात घर पहुंची तो डांट से बचने के लिए अपने अपहरण की झूठी कहानी पिता को सुना दी। पिता की शिकायत पर पुलिस पूरी आरोपित की तलाश करती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। तब छात्रा से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह ब्वॉयफ्रेंड के साथ घूमने चली गई थी। लौटने में लेट हुई तो परिजनों से झूठ कहा कि कार से उसका अपहरण हुआ था। उससे इधर-उधर घूमाने के बाद आरोपित भाग गए थे।
केस 2ः माता-पिता की डांट से बचने झूठ बोला
25 जुलाई को 12 नंबर स्टॉप पर रहने वाली एक युवती अपने एक पुरुष मित्र के साथ घूमने चली गई। घर पहुंचने में देरी हुई थी तो उसने अपने अपहरण की कहानी सुना दी। मामला हबीबगंज पुलिस तक पहुंचा।पुलिस ने आसपास के थानों को शामिल कर आरोपितों की तलाश की। आखिर में हबीबगंज टीआई सत्यप्रकाश सक्सेना ने युवती पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि वह अपने मित्र के साथ गई थी। मां और पिता की डांट से बचने के लिए उसने झूठी कहानी बनाई थी।
केस-3 लेनदेने को लेकर गढ़ी अपहरण की कहानी
शाहपुरा थाने में 25 जुलाई को एक महिला ने अपने साथी के साथ मिलकर अपने अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें उन्होंने तीन लोगों को फंसा दिया था। बाद में जांच हुई तो मामला देह व्यापार का निकला। रुपए नहीं मिलने के कारण झूठा केस दर्ज कराया गया था।
अगवा के मामले प्रेम-प्रसंग के निकले
पुलिस तीन दिनों से गुमराह हो रही है। 15 से 16 साल की बच्चियां कार में खुद का अपहरण करने की शिकायत लेकर पहुंची थी। पुलिस ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए। पुलिस पार्टियां रवाना की। जब पीड़िता को घटनास्थल पर लेकर गए। महिला पुलिस कर्मियों ने उनसे पूछताछ की तो वह मामले प्रेम प्रसंग के निकले।