ग्वालियर। जिले में प्रशासन द्वारा स्कूली बच्चों की 5 वी कक्षा तक नींव मजबूत करते हुए कक्षा 12वीं तक आते-आते उन्हें मेडिकल, इंजीनियरिंग जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये तैयार किया जा रहा है। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने इस नवाचार को ''विद्यादान'' अभियान का स्वरूप देकर जिले के 107 विद्यालय में लागू कर दिया है।
जिला प्रशासन ने ''विद्यादान'' अभियान को राज्य सरकार की उड़ान योजना से जोड़कर स्कूली बच्चों को क्षमतावान बनाने का बीड़ा उठाया है। इसमें 5वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं की नींव मजबूत करना, कक्षा-6 से 9 तक के बच्चों की योग्यता का संवर्धन करना तथा 10वीं से 12वीं तक के बच्चों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये तैयार करना है।
विद्यादान योजना में शामिल विद्यालयों में कलेक्टर और उनकी टीम के सभी प्रशासनिक अधिकारी अपनी रुचि और विशेषज्ञता वाले विषय पढ़ाते हैं। जिला प्रशासन की इस पहल को सामाजिक समर्थन भी मिल रहा है। इसमें प्रशासनिक अधिकारी, अधिवक्ता, बैंक अधिकारी, लेखा एवं ऑडिट संवर्ग के अधिकारी, अभियांत्रिकी सेवा के अधिकारी, उद्योगपति एवं सफल उद्यमी, पुलिस सेवा के अधिकारी तथा उच्च अध्यापन संस्थानों के प्राध्यापक स्वेच्छा से सहभागिता निभा रहे हैं।
विद्यादान योजना से रोटरी क्लब, जीवाजी क्लब, लॉयंस क्लब, भारत विकास परिषद, चेम्बर ऑफ कॉमर्स, नेहरू युवा केन्द्र, मुस्कान फाउण्डेशन, भारतीय मेडिकल एसोसिएशन, संस्कार भारती, भारतीय डेन्टल एसोसिएशन, औद्योगिक इकाइयाँ तथा विभिन्न व्यवसायिक संघ भी जुड़ गए हैं। सबका एक ही लक्ष्य विद्यादान के माध्यम से जिले के अधिकाधिक बच्चों को उड़ान कोचिंग के माध्यम से सफल बनाना है।