ग्वालियर। शनिवार की सुबह ग्वालियर से सबलगढ़ जा रही डीआरसी 175 नेरोगेज की इंजन से पीछे सटी एक बोगी मोतीझील-निरावली के बीच पटरी से उतर गई। कोच के पटरी से उतरते ही ट्रेन में सवार यात्रियों में हडक़ंप मच गया। हालांकि बेपटरी हुआ कोच बारिश के चलते जमीन में जा घुसा।
रेलवे विभाग की लापरवाही का आलम यह है कि हादसे के एक घंटे बाद रेलवे का राहत दल मौके पर पहुंचा और एक घंटे की मशक्कत के बाद जेक की मदद से कोच को वापस पटरी पर चढाने के साथ ही कोच को सबलगढ़ के लिए रवाना किया गया। मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह साढे नौ बजे डीआरसी ग्वालियर स्टेशन से सही समय पर सबलगढ़ के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन जब रायरू के पास स्थित निरावली गांव के आऊटर पर ही पहुंची थी कि तभी तेज झटके के साथ इंजन के पीछे लगा कोच पटरी से उतर गया। हादसे में इस कोच में सवार यात्री तेज झटका लगने के कारण एक दूसरे पर जा गिरे, जिससे यात्रियों को हल्की चोटे भी आई। चूकि हादसा एबी रोड से सटे रेलवे ट्रेक के पास हुआ था।
जिससे हादसा देखकर हाइवे से गुजर रहे लोग हादसे में घायल हुए लोगों की मदद के लिए जा पहुंचे, जबकि इस हादसे की सूचना एक घंटे बाद रेल प्रबंधन के पास पहुंची। उसके बाद रेल पथ निरीक्षक आरएस चौहान व रेलवे का राहत दस्ता उपकरण लेकर घटना स्थल पर पहुंचा, उसके बाद ही बेपटरी हुए कोच को एक घंटे की मशक्कत के बाद वापस पटरी पर चढ़ाया जा सका। इसके बाद ट्रेन के सभी कोचों की जांच पड़ताल कर DRC को सबलगढ़ के लिए रवाना कर दिया।
सनद रहे कि पन्द्रह दिन पहले ही बहोड़ापुर के पास डीआरसी बेपटरी हो चुकी है। लेकिन रेलवे प्रबंधन ने अभी तक रेल पटरी का मेंटनेंस कराया है और न ही कोचों का मेंटनेंस किया है। जिससे आए दिन डीआरसी हादसे का शिकार हो रही है।