ग्वालियर। रेलवे स्टेशन (railway station) के मुख्यद्वार पर वर्षों से लगी सौ वर्ष पुरानी प्रथम माधवराव सिंधिया (Madhavrao Scindia) की तस्वीर को रेलवे के आईओडब्ल्यू विभाग (IOW Department) ने साफ-सफाई के नाम पर उतार तो लिया लेकिन उसे टांगना भूल गया। दो महीने से रेलवे गोदाम में धूल खा रही इस तस्वीर को कांग्रेस व जनता के आक्रोश के बाद रेलवे के इंस्पेक्टेड ऑफ वर्क विभाग ने मंगलवार की सुबह जिला प्रशासन को सूचना देने के बाद पुन: उसी स्थान पर लगा दिया है। तस्वीर टंगने के बाद ग्वालियर से लेकर झांसी में बैठे रेल अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।
ग्वालियर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के मुख्यद्वार पर लगी प्रथम माधवराव सिंधिया का चार वाय छह का चित्र दीवार से गायब होते ही रेलवे प्रशासन में हडक़ंप मच गया। हेिरटेज छायाचित्र गायब होने की सूचना जैसे ही शहर जिला कांग्रेस को मिली वैसे ही शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सहित दर्जनों कांगे्रसी इस मामले को लेकर स्टेशन प्रबंधक पीपी चौबे के पास विरोध दर्ज कराने पहुंच गए थे। हालांकि गायब हुए इस छायाचित्र की जानकारी स्थानीय रेल अधिकारियों को भी नहीं थी। रेल अधिकारियों को तस्वीर के गायब होने की खबर मीडिया से ही मिली थी।
मिली जानकारी के अनुसार सेवा निवृत्त हो चुके रेल निदेशक दीपक चौबे ने तस्वीर को गंदा देखकर इसकी साफ-सफाई के निर्देश इंस्पेक्टेड ऑफ वर्क के इंजीनियर वीपी शर्मा को दिए थे। रेल निदेशक से मिले निर्देश पर सफाई के लिए यह छायाचित्र उतार कर गोदाम में पहुंचा दिया गया। इस दौरान निदेशक चौबे व इंजीनियर शर्मा दोनों ही सेवा निवृत्त हो गए और तस्वीर गोदाम में धूल खाती रही।
सैलानियों का आकर्षण का केन्द्र था यह छायाचित्र
सिंधिया वंश का यह दुर्लभ छायाचित्र जिसमें प्रथम माधवराव सिंधिया शाही सवारी निकालते हुए दिख रहे थे। यह हेरिटेज छायाचित्र स्टेशन पहुंचने वाले देशी व विदेशी सैलानियों के बीच आकर्षण का केन्द्र था। इस तस्वीर पर जिसकी भी नजर जाती उसके पैर तस्वीर को निहारने के लिए थम जाते थे।