हरदा। यहां अजीब तरह के बुखार का प्रकोप देखा जा रहा है। लोग बुखार से पीड़ित हो रहे हैं परंतु उनकी खून की जांच में सबकुछ नार्मल आ रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि बुखार की शुरूआत के 3 या 4 दिन बाद शरीर में अकड़न होने लगती है। डॉक्टरों को इस बीमारी का नाम तक नहीं पता। वो सभी मरीजों को भोपाल, इंदौर या जहां मरीज के परिजन चाहें, वहां के लिए रेफर का पर्चा बनाकर दे रहे हैं।
हरदा निवासी लक्ष्मीनारायण वैद्य ने बताया कि उनकी बेटी चंचल (15) को दो दिन से बुखार आ रहा था। दो दिन पहले उसे अस्पताल में दिखाया था। जहां से दवा दे दी। इससे आराम हो गया। उन्होंने बताया कि चंचल सोमवार को ट्यूशन गई थी। इस दौरान उसे बुखार आ गया। घर आने पर उसे दवा दी। इससे घबराहट होने लगी। फौरन अस्पताल ले गए। जहां खून की जांच कराई। रिपोर्ट नार्मल आई। लेकिन चंचल के शरीर में अकड़न होने लगी। जिससे परिवार की चिंता बढ़ गई। डॉक्टरों को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था। उन्होंने भोपाल रैफर कर दिया।
इस संबंध में चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा ने बताया कि यहां न्यूरोलाजिस्ट व न्यूरो फिजिशियन नहीं है। शासन के निर्देशानुसार कई जिला अस्पतालों में ही सभी प्रकार की जांच की सुविधा नहीं है। ऐसी जांच मेडिकल कॉलेजों में होती है। इस कारण उसे रैफर किया। जिससे समय पर सभी जांच व उसके अनुसार उपचार मिल सके।