भोपाल। हरतालिका तीज का त्योहार (Hartalika teej festival)बिहार, झारखंड, अत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों मनाया जाता है, महिलाएं इस व्रत को रखती हैं, और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. हरतालिका तीज का व्रत हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है. इस साल 2019 में तीज की तिथि को लेकर काफी उलछन बना हुआ है. आपको बता दें कि इस बार हरतालिका तीज 1 सितंबर और 2 सितंबर दोनो दिन है, जिसके चलते जानकारों और आम लोगों में मदभेद देखने को मिल रहा है.
दरअसल 1 सितंबर को सुबह में द्वितीय तिथि होने के चलते हरतालिका तीज को लेकर उलझन की शुरूआत हुई है. आपको बता दें 1 सितंबर को सुबह 8.27 बजे तक चित्रा पक्षीय पंचांग के अनुसार द्वितीय तिथि है. इसके बाद से तृतीय तिथि की शुरूआत हो जाएगी और अगले दिन यानी 2 सितंबर को 8.58 में खत्म हो जाएगी. ऐसे में अगर हरतालिका तीज 1 सितंबर को मनाया जाए तो ही ठीक रहेगा, वहीं हरतालिका तीज 2 सितंबर को ग्रहलाघवी पद्धति से निर्मित पंचांग के अनुसार मनाया जाएगा.
कुछ पंडितो का मानना है कि 1 सितंबर के दिन तीज करना शुभ रहेगा, क्योंकि 2 सितंबर को अगर तीज की पूजा होगी तो चतुर्थी तिथि रहेगी. तो वहीं कुछ जानकारों का मानना है कि हरतालिका तीज 2 सितंबर को मनाया जाए, लेकिन इस दिन माता पार्वती और शिव जी की पूजा सुबह-सुबह कर ली जाए. इस उलझन में फंसे रहने से बेहतर है कि इस बारे में पुरोहित से स्पष्ट कर लिया जाए. अगर आप 1 सितंबर को हरतालिका तीज करेंगी तो पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6.05 से रात 8.25 तक रहने वाला है.