इंदौर। मुुंबई में रहने वाले भिवानी हरियाणा के कारोबारी विक्रम सिंह इंदौर में पकड़े गए हैं। वो यहां अपनी फेमिली को इंदौर घुमाने लाए थे। लक्झरी होटल में ठहराया, घुमाया और वापस भेज दिया। जब में पैसे नहीं बचे तो फ्री हवाई यात्रा के लिए सीआईएसएफ को एक फेक इंफार्मेशन दी। बताया कि कोई बड़ा आतंकवादी हमला होने वाला है। पूछताछ में कारोबारी का झूठ पकड़ लिया गया।
एरोड्रम थाना पुलिस के अनुसार 9 अगस्त की रात साढ़े 12 बजे एक युवक ऑटो से एयरपोर्ट पर पहुंचा और खुद का नाम विक्रम सिंह निवासी भिवानी हरियाणा बताया। उसने डयूटी पर तैनात सीआईएसएफ अधिकारियों से कहा कि उसे डिप्टी कमाडेंट बिक्कर सिंह से मिलना है।
इसके बाद सीआईएसएफ के निरीक्षक राहुल त्रिपाठी ने उससे चर्चा की तो उसने बताया कि वह 8 अगस्त को महाकाल मंदिर में दर्शन करने के लिए गया था। वहां गणेश मंदिर के पास दो व्यक्ति मिले जिनके नाम आदर्श उपाध्याय और आमिर थे। दोनों आपस में बात कर रहे थे कि इस बार इंदौर एयरपोर्ट पर कुछ बड़ा करना है, जिससे आने वाली पुश्तें याद रखें।
लिखित में दिया आवेदन
सूचना मिलते ही सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई और इसके बाद विक्रम से एक लिखित आवेदन लिखवा कर एरोड्रम पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस जांच में जुट गई।
बार-बार बदले बयान
पुलिस ने विक्रम को बयान देने बुलवाया तो वह 15 अगस्त को पहुंचा। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो वह बार-बार अपने बयान बदलने लगा। बाद में उसने पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से हरियाणा का रहने वाला है, लेकिन अभी मुंबई में रहता है। वह 24 जुलाई को परिवार के साथ घूमने के लिए इंदौर आया था। परिवार को कुछ दिन बाद वापस भेज दिया और बिजनेस के सिलसिले में खुद रुक गया था।
इसके बाद शहर की कई बड़ी होटलों में रुका, लेकिन जब होटल के बिल और वापस जाने के रुपए खत्म हो गए तो मन में ख्याल आया कि ऐसा कुछ किया जाए जिससे मुफ्त में वापसी हो जाए। उसे लगा कि ऐसी सूचना देने से सीआईएसएफ उसकी मदद कर देगी और उसे मुंबई पहुंचा देगी।
रैन बसेरों में रहा, बस स्टैंड पर खाया
पुलिस ने बताया कि आवेदन देने के बाद उसे अधिकारियों ने कहा कि अभी वह शहर नहीं छोड़े। लेकिन उसके पास रुपए नहीं थे। इसके बाद वह 5 दिन तक रैन बसेरों में रहा और बस स्टैंड पर खाना खाया।