इंदौर। देश में आई मंदी के बीच ट्रांसपोर्टर्स (Transporters) ने अब एक नई मुहिम शुरू कर प्रधानमंत्री (PM) को पत्र लिखकर मदद की मांग की है। इनका कहना है कि अब भी उनकी मदद नहीं की गई तो उनके सामने आत्महत्या (Suicide) के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। हालात यह हैं कि 50 प्रतिशत से अधिक गाड़ियां तो खड़ी हो गई हैं और उनकी किस्तें भी नहीं भर पा रहे हैं।
एसोसिएशन ऑफ पार्सल ट्रांसपोर्ट एंड फ्लीट आनर्स के प्रवक्ता प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि शहर के सभी ट्रांसपोर्ट व्यापारियों के साथ प्रमुुख संगठन इंदौर ट्रक-ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (Indore Truck-Transport Association) ने तय किया है कि सभी ट्रांसपोर्टर्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मदद की मांग करेंगे। अब तक 500 से ज्यादा पत्र भेजे जा चुके हैं और यह सिलसिला जारी है। जल्द ही पूरे देश से ऐसे पत्र लिखे जाएंगे। अग्रवाल ने बताया कि कई हड़तालों के बाद भी हमारी परेशानी की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया, इसलिए यह निर्णय लिया है। सरकार की नीतियों से हमारा व्यापार तबाह हो गया है।
ट्रांसपोर्टर्स की मांगे
कमर्शियल वाहनों पर लगने वाला देश और प्रदेशों का टैक्स कम किया जाए। कमर्शियल वाहनों के फाइनेंस बैंक व एनबीएफसी (NBFC) से दो-तीन किस्तों की छूट दी जाए। थर्ड पार्टी बीमा पर लगने वाला जीएसटी हटाया जाए। पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में लिया जाए, ताकि सभी प्रदेशों में एक जैसे भाव मिले। कमर्शियल वाहनों और टायर को अलग श्रेणी में रखें और जीएसटी 28 प्रतिशत से कम किया जाए। कमर्शियल वाहनों की उम्र 15 वर्ष की जाए। टोल टैक्स बंद कर टोल परमिट व्यवस्था लागू की जाए। देश में परिवहन चेक पोस्ट बंद किए जाएं।