जबलपुर। शहर की सड़कों में सफेद रोशनी बिखरने स्मार्ट सिटी ने करीब 6 करोड़ रुपए खर्च कर करीब 5 हजार एलईडी (स्ट्रीट लाइट) लगवाईं। नगर निगम ने भी वार्डों में पीली हेलोजन लाइट की जगह महंगी एलईडी लगवा दी। बावजूद इसके आधा शहर अंधेरे में डूबा है, क्योंकि नगर निगम द्वारा समय रहते मेंटेनेंस न कराए जाने के कारण शहर के कई वार्ड और मुख्य सड़कों की एलईडी युक्त स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी हैं।
बारिश के कारण शार्ट सर्किट से नई एलईडी भी खराब हो गई हैं। सड़कों में अंधेरा होने से बारिश में पानी से भरे सड़कों के खतरनाक गड्ढे राहगीरों की मुसीबत बढ़ा रहे हैं। नगर निगम ने रेलवे सराय स्कूल के पास लेकर बर्नकंपनी, कांचघर की 4 महीने से बंद स्ट्रीट लाइट की सुध लेते हुए 15 दिन पहले नई एलईडी लाइट लगाई थी। वह भी अब बंद हो गई हैं। पूरी सड़क में ऐसा अंधेरा रहता है यहां से गुजरने वाले भी घबरा रहे हैं।
बारिश के कारण शार्ट सर्किट से नई एलईडी भी खराब हो गई हैं। सड़कों में अंधेरा होने से बारिश में पानी से भरे सड़कों के खतरनाक गड्ढे राहगीरों की मुसीबत बढ़ा रहे हैं। नगर निगम ने रेलवे सराय स्कूल के पास लेकर बर्नकंपनी, कांचघर की 4 महीने से बंद स्ट्रीट लाइट की सुध लेते हुए 15 दिन पहले नई एलईडी लाइट लगाई थी। वह भी अब बंद हो गई हैं। पूरी सड़क में ऐसा अंधेरा रहता है यहां से गुजरने वाले भी घबरा रहे हैं।
स्मार्ट एरिया के भी यही हाल
- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत रानीताल, नेपियर टाउन, राइटटाउन, गोलबाजार क्षेत्र में लगाई गई एलईडी भी बंद हो गई हैं। जिस सड़क पर 15 एलईडी लगाई वहां बमुश्किल 4 या 5 ही जल रहीं हैं।
बारिश के कारण कुछ जगह की स्ट्रीट लाइट बंद हो गई हैं। सुधार कार्य कराया जा रहा है। -नवीन लनोरे, प्रभारी प्रकाश विभाग, नगर निगम