जबलपुर। सहकारी मर्यादित बैंक चरगवां में लाखों के हेरफेर के बाद रिकार्ड ही गायब कर दिए गए हैं। स्थिति यह है कि जब नए प्रबंधक वहां चार्ज लेने पहुंचे तो रिकार्ड गायब देखकर घबरा गए और उन्होंने जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने बैंक कर्मियों से रिकार्ड दुरूस्त करने की मांग की।
चरगवां की सहकारी बैंक में एक बार फिर चार्ज लेने देने में जमकर पेंच फंसा हुआ है। नए समिति प्रबंधक गेंदालाल पटेल का कहना है कि पुराने प्रबंधक रघुराज पटेल द्वारा महीना बीत जाने के बाद भी रिकॉर्ड पूरे नही किए साथ समिति के कुछ रिकॉर्ड भी गायब हैं। इसके अलावा गरीब परिवारों को दी जाने वाली करीब 50 लाख रुपयों की सामग्री का भी हेर फेर है। पुराने प्रबंधक से बार-बार कहने पर भी उनके द्वारा मिलान नहीं कराया जार रहा है। जब तक रिकार्ड दुरूस्त नहीं होते वे चार्ज नहीं लेंगे।
बड़खेरा सोसायटी से खाद्य गायब
नए समिति प्रबंधक ने बताया कि बड़खेरा सोसायटी से करीब 205 बोरी खाद भी गायब है। जब पुराने समिति प्रबंधक से पूछा तो उन्होंने कहा कि खाद्य रखी है जबकि सोसायटी में कुछ भी नहीं है।
सेल्समैन ने रिकॉर्ड किए गायब
चार्ज लेने आए प्रबंधक ने जब सूखा भारतपुर सोसायटी का स्टॉक रजिस्टर मांगा तो जिम्मेदारों ने कहा कि यह बनाना जरूरी नहीं था इसलिए नहीं बनाया। अगर आप कहें तो बना लेते हैं। इसके बाद सेल्समेन ने नया रजिस्टर बना दिया, लेकिन उसमें जो एंट्री की गई है वह सही है या नहीं इसकी पुष्टि करने कोई तैयार नहीं है।
3 दिन के अंदर पैसा जमा करने का प्रावधान
नवागत समिति प्रबंधक ने बताया की राशन दुकान में गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वालों को राशन का क्रय-विक्रय किया जाता है। इसका पैसा 3 दिन के अंदर बैंक में जमा किया जाना चाहिए। लेकिन वह भी अभी तक जमा नहीं हुआ है।
खतौनी न करने से किसान हो रहे परेशान
एक तरफ सरकार किसानों का कर्ज माफ कर किसानों को राहत दिला रही है, लेकिन बैंकों में बैठे जिम्मेदार लोग किसानों की मुसीबत बढ़ा रहे हैं। समिति प्रबंधक ने किसानों की आज तक खतौनी नहीं की जिससे किसानों को डिफाल्टर होने का डर सता रहा है।
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सेल्समेनों का बड़ी तादात पर पैसा जमा नहीं किया गया है। समय पर पैसा जमा नहीं किया जाता है तो सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कार्रवाई जाएगी।
रामाधार नंदेसरिया, बैंक मैनेजर सहकारी समिति चरगवां
पूर्व प्रबंधक द्वारा जमकर लापरवाही की गई है। एक महीने बीत जाने के बाद भी पूरे दस्तावेज नही हैं। इनके कार्यकाल में कैशबुक नहीं लिखी गई, स्टॉक रजिस्टर गायब है। सोसायटी से खाद्यान्न गायब हैं। करीब 50 लाख रुपए की रिकवरी निकल रही है।
गेंदालाल पटेल, नवागत समिति प्रबंधक
ना तो कोई दस्तावेज गायब हैं ना कोई हेराफेरी हुई है। हम तो रोज चार्ज की बात कर रहे हैं। वो चार्ज लेने आएं मैं देने तैयार हूं।
रघुराज पटेल, पूर्व समिति प्रबंधक