ग्वालियर। केआरएच के गायनिक विभाग (KRH Gaynik Department) में दौलतगंज निवासी रामसेवक शाक्य (Ram sevak Shakya) ने पत्नी दीपा शाक्य (Deepa Shakya) को प्रसव के लिए 27 अगस्त की शाम 6 बजे भर्ती कराया। भर्ती के दौरान 28 अगस्त को वार्ड में मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने कहा कि अगर ऑपरेशन हुआ तो खून की जरूरत पड़ेगी।
नर्स ने महिला के खून का नमूना निकाल कर ब्लड ग्रुप की जांच कराने के लिए कहा। इस पर रामसेवक ब्लड बैंक पहुंचे और खून का नमूना देकर लौट गए। रात 8 बजे रामसेवक ने ब्लड बैंक से जांच रिपोर्ट लेकर देखी तो दंग रह गए, क्योंकि रामसेवक की पत्नी का ब्लड ग्रुप बी पॉजीटिव है, लेकिन रिपोर्ट में उसका ब्लड ग्रुप में ओ पॉजीटिव अंकित था। इसकी शिकायत रामसेवक ने जब ब्लड बैंक के स्टाफ से की तो उन्होंने एक न सुनी और उसे यह कहते हुए भगा दिया कि यह ब्लड बैंक तुम्हारे हिसाब से नहीं चलेगी, रिपोर्ट लेना है तो लो नहीं तो यहां से भाग जाओ।
स्टाफ के अभद्र व्यवहार के बाद रामसेवक ने अपनी पत्नी की जांच दोबारा एक निजी ब्लड बैंक में कराई, जिसमें ब्लड ग्रुप बी पॉजीटिव आया। रामसेवक ने इस बात की शिकायत विधायक प्रवीण पाठक से करने के साथ ही डीन डॉ. भरत जैन से की है।