भोपाल। कमलनाथ सरकार का समर्थन कर रहे समाजवादी पार्टी के विधायक राजेश शुक्ला ने वनमंत्री उमंग सिंघार पर अशिष्टता एवं अपमानित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि वनमंत्री के पीए ने उन्हे 1 घंटे तक लॉन में बिठाए रखा, पानी तक नहीं पूछा। वो अपमान का घूंट पीते रहे और अंतत: पीए के हाथ जोड़कर वापस आ गए। बता दें कि उमंग सिंघार, ज्योतिरादित्य सिंधिया के कोटे से मंत्री बनाए गए हैं।
छतरपुर जिले के बिजावर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि वे दो दिन पहले वन मंत्री उमंग सिंघार के बंगले पर मिलने गए थे। यहां उनकी जो बेइज्जती हुई है। वह उसे भूल नहीं सकते। राजेश शुक्ला ने कहा कि जब वे वनमंत्री के बंगले पर उनसे मिलने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि मंत्रीजी खाना खा रहे हैं। उनसे लॉन में बैठने को कहा गया। वे डेढ़ घंटे तक मंत्रीजी का इंतजार करते रहे लेकिन मंत्रीजी बाहर ही नहीं आए।
इस दौरान उनके बंगले के स्टॉफ ने जरा भी शिष्टाचार नहीं निभाया। वे पूरे समय लॉन में बैठे रहे और उस दौरान उनसे चाय तो दूर की बात है किसी ने पानी के लिए भी नहीं पूछा। इसके बाद मंत्री के पीए के हाथ जोड़कर आ गए, और मंत्री के पीए से कहा कि अब वे मंत्रीजी से मिलने पांच साल तक नहीं आएंगे।
दर्द: मैं एक पटवारी तक का ट्रांसफर नहीं करा पाया हूं
विधायक ने कहा, 'सात महीने हो गए हैं, सरकार में हमारी नहीं सुनी जा रही है। जनता के काम नहीं हो रहे हैं। हम किस मुंह से अपने क्षेत्र में जनता के बीच जाएं।' उन्होंने यहां तक कहा कि आज तक मैं एक पटवारी तक का ट्रांसफर नहीं करा पाया हूं। कलेक्टर और सरकार के मंत्री हमारी सुनाना तो दूर की बात है फोन तक नहीं उठाते।
मुख्यमंत्री हमारी बात सुनते हैं
राजेश शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ जरूर हमारी बात सुनते हैं लेकिन हर काम के लिए मुख्यमंत्री से मिलने और उनसे कहा नहीं जा सकता। उनके साथ सरकार के मंत्रियों का ऐसा व्यवहार होगा उन्होंने ऐसा सोचा नहीं था। इस बारे में वे मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे।