हाेशंगाबाद। कथाओं में सुनाया जाता है। भगवान श्री कृष्ण की दीवानी मीरा ने अपने प्रेम को प्रमाणित करने जहर पी लिया था। यहां 32 साल की स्वाति गौर ने अपने प्रभु श्रीकृष्ण से मिलने के लिए नर्मदा नदी में छलांग लगा ली लेकिन नर्मदा माई ने भी स्वाति को प्राण त्यागने नहीं दिए। नाविकों ने आकर उसे बचा लिया।
मंगवारी (डाेलरिया) की स्वाति गाैर (32) ने कृष्ण मिलन की आस में रविवार काे नर्मदा नदी में छलांग लगा दी। स्वाति अपने पति और 4 साल के बेटे के साथ मायके मंगवारी से ससुराल अकाेला (शाहगंज) जा रही थी। बाइक पर भी वह कृष्ण की भक्ति में लीन रही। सुबह 10.30 बजे नर्मदा ब्रिज आया ताे स्वाति ने पति भूपेंद्र गाैर से चप्पल गिरने की बात कही।
भूपेंद्र ने बाइक राेकी और स्वाति ने तुरंत उफनती नर्मदा में छलांग लगा दी। नदी में माैजूद दाे नाविक नरेंद्र केवट और प्रशांत कहार ने नाव से पीछाकर स्वाति की जान बचाई। टीआई विक्रम रजक के अनुसार पूछताछ में महिला ने बताया कि वह कृष्ण भगवान से मिलने नर्मदा में कूदी थी।
नर्मदा के दर्शन से उसे ऐसा लगा यह भगवान से मिलने का सही समय है। वह गुरुभक्ति में प्राण न्याैछावर करना चाहती थी। बचाने वाले नाविक प्रशांत केवट (33) और नरेंद्र केवट (30) ने महिला नाव में बैठने के बाद भी कृष्ण जाप करती रही।