भोपाल। विधि एवं विधायी मंत्री पीसी शर्मा ने अतिरिक्त महानिदेशक स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) को एक पत्र लिखकर बताया था कि सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा-2017 के चयन सूची में गड़बड़ियां की गईं हैं। मंत्री शर्मा ने जांच करने को कहा था लेकिन अब एक नया पत्र लिखकर अपना पुराना पत्र प्रभाव शून्य कर दिया है।
सहायक प्राध्यापक संघ मप्र के सदस्यों ने मंत्री शर्मा के द्वारा लिखे गए पत्र का विरोध जताते हुए मुलाकात की। उन्होंने कहा कि पत्र पर साइन फरवरी 2019 में हुए थे, जबकि इसे 16 अगस्त को जारी किया गया। इससे यह संदिग्ध प्रतीत होता है। पीएससी से चयनित सहायक प्राध्यापक संघ के प्रदेशव्यापी सत्याग्रह के दौरान मंत्री ने 2536 चयनितों की भर्ती सही बताई थी। इसके साथ ही उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के द्वारा कार्य योजना तैयार करने का भरोसा दिलाया था। उस दौरान चयनित सहायक प्राध्यापकों के साथ न्याय का आश्वासन दिया था।
संघ की बातें सुनने के बाद मंत्री शर्मा ने पहले जारी किए गए पत्र को निरस्त करने के लिए अतिरिक्त महानिदेशक एसटीएफ को दूसरा पत्र जारी कर दिया है। अब देखना यह है कि एसटीएफ क्या करता है। वो पहलीे पत्र पर शुरू की गई जांच जारी रखता है या फिर नए पत्र के प्रभाव में पुराना पत्र निरस्त मान लिया जाता है। हालांकि इस मामले में मंत्री पीसी शर्मा फरियादी नहीं हैं और ना ही यह 2 पक्षों के बीच का मामला है।