भोपाल। धाराप्रवाह शपथ पत्र पढ़ने में असमर्थ रहीं मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी अब धाराप्रवाह बयान देने लगीं हैं। पिछले दिनों उन्होंने धाराप्रवाह शक्तिप्रदर्शन करते हुए एक महिला आईएएस को 24 घंटे के भीतर पद से हटवा दिया था। अब एक बयान सुर्खियों में आ गया है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा है कि मैं तो इस फैसले से खुश नहीं हूं। यदि जिम्मेदारी सौंपना थी तो मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की सौंपते, महाराष्ट्र में कौन पूछता है। इमरती देवी के इस बयान पर स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने सीधा तो कुछ नहीं कहा, वे इतना ही बोले कि उन्होंने अपनी भावना व्यक्त की है।
विश्वास सारंग ने आग में घी डाला
दिग्विजय सिंह व कमलनाथ के सामने कमजोर पड़ते ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों के मन में आग लगी हुई है। भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने इसी आग में घी डालने का काम किया है। विश्वास सारंग ने कहा कि सिंधिया जनता के बीच जुझारू नेता हैं। उनके साथ राहुल गांधी और उनकी टीम लगातार दुर्व्यवहार कर रही है। सिंधिया की जनता के बीच पैठ हर स्तर से राहुल गांधी से अच्छी है। राहुल गांधी को डर लगता है कि कहीं सिंधिया उन्हें ही चैलेंज न कर दें, इसीलिए मप्र से हटाकर पहले उन्हें उत्तरप्रदेश और बाद में अब महाराष्ट्र भेजा गया है।