भोपाल। मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। स्वतंत्रता दिवस समारोह में मीसाबंदियों को आमंत्रित करने की व्यवस्था को खत्म कर दिया है। कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिवार और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा, लेकिन मीसाबंदियों को आमंत्रित नहीं किया जायेगा।
पीसी शर्मा ने कहा कि मीसाबंदियों का स्वतंत्रा संग्राम की लड़ाई से कोई लेना-देना नहीं था, इसलिए उनका स्वतंत्रता दिवस समारोह से कोई लेना-देना नहीं है। इस विषय में प्रदेश के सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए गये हैं। इससे पहले प्रदेश सरकार ने मीसाबंदियों के पेंशन पर भी रोक लगा दी थी। इससे पहले प्रदेश की तत्कालीन शिवराज सरकार राष्ट्रीय पर्व पर आयोजित समारोह में मीसाबंदियों को विशेष तौर से आमंत्रित करती रही है, लेकिन अब इस व्यवस्था में बदलाव कर दिया गया है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में निर्देश जारी करते हुए कहा कि अब मुख्य कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों और गणमान्य व्यक्तियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा, लेकिन मीसाबंदियों को नहीं बुलाया जाएगा।