भोपाल। मध्य प्रदेश के नीमच जिले की जपद पंचायत मनासा के सीईओ ने एक आदेश जारी किया। इसमें बताया गया है कि एसडीएम मनासा के निर्देश हैं कि ग्राम पंचायतों के सचिव स्कूलों में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति चेक करें। कर्मचारी संगठन इस आदेश पर भड़क गए हैं। उनका कहना है कि यदि आदेश वापस नहीं हुए तो कड़ा विरोध दर्ज कराया जाएगा।
खबर आ रही है कि एसडीएम मनासा के निर्देश पर सीईओ मनासा ने पत्र जारी कर सचिव ग्राम पंचायतों को आदेशित कर विद्यालयों के शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्थिति की जानकारी के लिए अधिकृत किया है। मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ जिला शाखा नीमच के अध्यक्ष कन्हैयालाल लक्षकार, ब्लाक/तहसील शाखा-मनासा के अध्यक्ष द्वय सुरेश नागदा व राकेश पाटीदार ने इस फरमान का कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए कहा है कि एसडीएम मनासा ने पदीय मर्यादा लांघने में तनिक भी संकोच नहीं किया व तुगलकी फरमान जारी कर शिक्षकों की उपस्थिति पंचायत सचिवों के जिम्मे कर सीधे टकराव की स्थिति निर्मित की है।
इस संबंध में मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ जिला शाखा नीमच द्वारा पत्र ईमेल कर श्रीमान अजय सिंह गंगवार, कलेक्टर नीमच से निवेदन किया है कि तत्काल ये आदेश वापस लिया जावे नहीं तो 26 अगस्त सोमवार को एसडीएम परिसर में शिक्षकों द्वारा जंगी प्रदर्शन कर इस पत्र की होली जलाई जाएगी व आदेश वापस होने तक विरोध जारी रखा जाएगा। एसडीएम मनासा ने शिक्षा विभाग की निरीक्षण व्यवस्था को सीधे तौर पर चुनौती दी है जिसकी गूंज की अनुगूँज लंबे समय तक सुनी जाएगी।