भोपाल। कमलनाथ सरकार अनिवार्य मामलों को भी टाल रही है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) को बंद करने का ऐलान कर दिया लेकिन कर्मचारी चयन आयोग का गठन नहीं किया। हालात यह है कि पीईबी ने काम बंद कर दिया और लाखों उम्मीदवार भर्ती परीक्षाओं के इंतजार में ओवरऐज हो रहे हैं। सरकार को चाहिए कि वो इस संदर्भ में तत्काल निर्णय ले और जब तक चयन आयोग की प्रक्रिया पूरी नहीं होती पीईबी को काम करते रहने का आदेश दे। पीईबी अधिकारियों को चाहिए कि जब तक उन्हे वेतन मिल रहा है, वो अपनी जिम्मेदारी निभाएं परंतु ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है।
पीईबी को तो बंद करना है, इसलिए परीक्षाएं रोक दीं: मंत्री
पहला कारण है- प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) के भविष्य पर ही प्रश्नचिह्न लगा हुआ है और दूसरा कारण प्रदेश सरकार द्वारा आरक्षण नियमों में किए गए बदलाव को बताया जा रहा है। पीईबी के संभावित शेड्यूल के अनुसार 15 भर्ती परीक्षाएं होनी थीं। इसमें 3 परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहीं इसी महीने में होने वाली एक अन्य परीक्षा को लेकर पीईबी ने काेई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। उधर, सामान्य प्रशासन विभाग मंत्री डॉ. गोविंद सिंह का कहना है कि पीईबी को बंद किया जाना है, इसलिए देरी हो रही है।
आरक्षण नियम बदल गए, इसलिए परीक्षाएं रुकी हुईं हैं: पीईबी
पीईबी अधिकारियों ने बताया कि आरक्षण नीति में बदलाव होने से भर्ती परीक्षाएं अभी आयोजित नहीं की जा सकतीं। उन सभी विभागों से पत्राचार कर नए नियमों के अनुसार पदों की मैट्रिक्स मांगी जा रही है, जिसमें आरक्षण के नए नियम हों।
उम्मीदवारों को सिर्फ एक सवाल: परीक्षाएं कब होंगी
इस साल तीन परीक्षाएं नहीं हो सकीं। इसके अलावा इसी महीने में होने वाली एक और भर्ती परीक्षा होना भी मुश्किल है। इसमें ग्रुप-5 भर्ती परीक्षा 2019, 15-16 जून को, पुलिस सिपाही भर्ती टेस्ट परीक्षा 29 जून से शुरू होनी थी। इसी प्रकार कौशल विकास संचालनालय (आईटीआई ट्रेनिंग ऑफिसर) भर्ती परीक्षा-2019 के लिए 27-28 जुलाई तक का समय तय किया गया था। वहीं इसी महीने में पुलिस एसआई भर्ती परीक्षा-2019, 17 अगस्त से शुरू होना तय है, लेकिन अब यह भी आयोजित नहीं हो सकेगी। ऐसे में लंबे समय से इन भर्ती परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे युवाओं में निराशा जाग रही है, क्योंकि परीक्षाएं कब होंगी इसको लेकर सही जवाब नहीं मिल रहा है।