बैतूल। मुलताई विधानसभा के निवासियों की सबसे बड़ी समस्या अब खत्म होने के कगार पर आ गयी है। बैतूल जिले की मुलताई विधानसभा हेतु प्रस्तावित घोघरी एवं वर्धा समूह नल जल योजनाओ कुल लागत राशि रु 370 करोड़ को आज कैबिनेट की स्वीकृति प्रदान की गई है।
इसके उपरांत दोनो योजनाओ की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जा सकेगी। इन दोनों योजनाओं की कैबिनेट से अतिशीघ्र स्वीकृति हेतु मुलताई विधायक एवं माननीय मंत्री श्री सुखदेव पांसे जी के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया गया था जिसे तत्काल स्वीकार कर यशस्वी मुख्यमंत्री जी ने आज दिनांक 6.8.2019 को सम्पन्न हूई कैबिनेट बैठक में इन दोनों योजनाओ को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
इन योजनाओं से मुलताई और प्रभातपट्टन विकासखंड के समस्त गावों के सभी घरों में नल कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ एवं पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराया जावेगा। मुलताई और प्रभात पट्टन विकासखंड में लगातार गिर रहे भूजल स्तर के कारण प्रत्येक वर्ष लगभग सभी ग्रामो में जल संकट की स्थिति बनती है। इन दोनों विकासखंड में अब 1000 फ़ीट बोर करने पर भी पर्याप्त मात्रा में पेयजलापूर्ति नही हो पाती है। इन दोनों विकासखंड की ग्रामीण जनता प्रत्येक वर्ष पेयजल के लिए अत्यधिक परेशान होती है।
विशेष तौर कई ग्रामीण महिलाएं और कन्याए घर से दूर दूर पैदल जाकर पानी लाती है। इन योजनाओ के क्रियान्वयन से दोनो विकासखंड के समस्त ग्रामो की पेयजल समस्या हमेशा हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी। क्षेत्र के निवासियों को माँ ताप्ती नदी का स्वच्छ निर्मल जल वर्ष भर पर्याप्त मात्रा में प्राप्त होगा। मुलताई विधानसभा के निवासियों ने अपने क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या को हमेशा के लिए समाप्त करने की यह सौगात तो तभी प्राप्त कर ली थी जब उन्होंने क्षेत्र के लाडले सुखदेव पांसे को जीता कर विधानसभा में भेजा और प्रदेश के नए मुखिया यशस्वी मुख्यमंत्री जी ने उन्हें पी एच ई विभाग का मंत्री बनाया था।
वर्धा डैम से 92 ग्रामो की समूह नल जल योजना लागत राशि 135 करोड़ तथा घोघरी डैम से 163 ग्रामो की समूह नल जल योजना लागत राशि 235 करोड़ की डी पी आर बनाई गई है। वर्धा डैम से 93 ग्रामो की समूह नलजल योजना के अंतर्गत 120 लाख लीटर क्षमता का जल शोधन संयंत्र स्थापित कर 54 उच्च स्तरीय टंकियों के माध्यम से 20000 परिवारों के 100000 ग्रामीण जनता को सीधे शुद्ध (प्यूरीफाइड) और पर्याप्त पेयजल वर्षभर प्राप्त होगा। इसी प्रकार घोघरी डैम से 163 ग्रामो की समूह पेयजल योजना के अंतर्गत 200 लाख लीटर क्षमता का जल शोधन संयंत्र स्थापित कर 94 उच्च स्तरीय टंकियों के माध्यम से 35000 परिवारों के 1 70 000 ग्रामीण जनता को शुद्ध (प्यूरीफाइड) और पर्याप्त पेयजल वर्षभर प्राप्त होगा । अतिषीघ्र दोनो योजनाओं के निर्माण हेतु टेंडर बुलाये जावेंगे एवं आगामी 2 वर्षो में इन योजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया हैं।