इंदौर। प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवायएच (Government Hospital MYH) में फर्जी दस्तावेजों (Fake documents) के आधार पर चार कंपनियां फर्जीवाड़े को अंजाम दे रही थी। पिछले दिनों अस्पताल प्रबंधन द्वारा कराए गए ऑडिट रिपोर्ट में यह धोखाधड़ी उजागर हुई। प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।
संयोगितागंज पुलिस के अनुसार एमवाय अस्पताल के कर्मचारी सुरेश जैन (Employees Suresh Jain) की शिकायत पर कावेरी इंटरप्राइजेस, यश सेल्स कॉर्पोरेशन, बरखा सेल कॉर्पोरेशन और संजय सप्लायर (Kaveri Enterprises, Yash Sales Corporation, Barkha Cell Corporation and Sanjay Suppliers) के खिलाफ प्रकरण दर्ज (Case registered) किया गया है। पुलिस के अनसुार शिकायत में कहा गया था कि उक्त चारों फर्म 1 मई 2015 से एमवाय अस्पताल को कॉन्टीन्यूशन शीट, ओपीडी स्लिप व अन्य स्टेशनरी का सामान अस्पताल की मांग के अनुसार सप्लाय कर रही थी। हाल ही में प्रबंधंन ने ऑडिट रिपोर्ट के दौरान पाया कि उक्त फर्मों का नाम मुद्रण एवं लेखन विभाग भोपाल द्वारा जारी सुची में नहीं हैं।
बावजूद इसके इन फर्मों ने एमवाय अस्पताल प्रबंधन को फर्जी व कुचरचित दस्तावेज दिखाकर खुद को अनुबंधित होने का विश्वास दिलाया। फर्मों ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से बताया कि उपनियंत्रक कार्यालय नियंत्रक, मुद्रण एवं लेखन सामग्री भोपाल ने समस्त बिलों के भुगतान के लिए उनके दस्तावेजों को सत्यापित किया है।
इन फर्मों को स्टेशनरी के बिलों का भुगतान भी हो गया है। जिसका पूरा रिकॉर्ड अस्पताल प्रबंधंन के पास है। मामले की जांच के बाद चारों फर्मों पर प्रकरण दर्ज किया गया। मामले में पुलिस का कहना है कि जल्दी ही इनके संचालकों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।