नई दिल्ली। बाजार में चाय के लिए अब कुल्हड़ अनिवार्य होने जा रहे हैं। सबसे पहले बस स्टेंड, रेलवे स्टेशन, मॉल और एयरपोर्ट पर इन्हे अनिवार्य किया जा रहा है इसके बाद सारे देश में ऐसा ही किया जाएगा। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को इस संबंध में पत्र लिखा है।
गडकरी ने पत्र में कहा कि 100 स्टेशनों पर कुल्हड़ अनिवार्य किए जाएं। अभी वाराणसी और रायबरेली रेलवे स्टेशन पर कैटरर्स टेराकोटा से बने कुल्हड़ों, गिलास और प्लेटों का इस्तेमाल करते हैं। गडकरी ने कहा- मैं पीयूष गोयल को यह भी सुझाव दिया है कि एयरपोर्ट और बस डिपो में भी चाय के स्टालों पर कुल्हड़ अनिवार्य किए जाएं। हम मॉल्स को भी कुल्हड़ के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
2004 में लालू प्रसाद यादव ने शुरू किया था
गडकरी ने कहा कि इस कदम से स्थानीय कुम्हारों के लिए बड़े बाजार के अवसर उपबल्ध होंगे। साथ ही पेपर और प्लास्टिक का इस्तेमाल कम होने से पर्यावरण को भी बचाया जा सकेगा।
गडकरी ने खादी और ग्रामोद्योग आयोग को भी यह निर्देश दिए हैं कि बड़े पैमाने पर कुल्हड़ बनाए जाने के लिए उपकरणों की सप्लाई निश्चित करें।
आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि हमने पिछले साल 10 हजार इलेक्ट्रिक व्हील कुम्हारों को दिए थे। इस साल हमारा लक्ष्य 25 हजार इलेक्ट्रिक व्हील सप्लाई का है।
सक्सेना ने बताया कि कुम्हार संरक्षण योजना के तहत कुम्हारों को इलेक्ट्रिक व्हील का वितरण किया जा रहा है ताकि उन्हें उत्पादन बढ़ाने में मदद मिल सके।
2004 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने कुम्हारों को बढ़ावा देने के लिए रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ का चलन शुरू किया था। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि गर्म पेय पदार्थ केवल कुल्हड़ों में ही दिए जाएं।