'OSHO' के करीबी स्वामी कनिल सरस्वती की मौत का रहस्य बरकरार | JABALPUR NEWS

जबलपुर। आचार्य रजनीश 'ओशो' (ACHARYA RAJNEESH 'OSHO') के करीबी माने जाने वाले कनिल कुमार जैन (54) | (KANIL KUMAR JAIN) की संदिग्ध मौत (SUSPECTED DEATH) का रहस्य (MYSTERY) गहराता जा रहा है। अब तक चली जांच पड़ताल में पुलिस यही मान रही है कि कनिल ने दोनों हाथ की नसें काटकर आत्महत्या की थी लेकिन उन्हें जानने-पहचानने वाले व परिजन उनकी मौत को आत्महत्या नहीं मान रहे हैं। उन्हे स्वामी कनिल सरस्वती ओशो (SWAMI KANIL SARASWATI OSHO) के नाम से पुकारा जाता था। 

दूसरी पत्नी ने दर्ज कराया था दहेज का प्रकरण

गढ़ा थाने के उप निरीक्षक सज्जन सिंह ने बताया कि कनिल जैन पिता स्वामी आनंद विजय का कुछ वर्ष पूर्व पहली पत्नी से तलाक हो गया था। उन्होंने जयपुर निवासी महिला से दूसरी शादी की। दूसरी पत्नी ने उनके खिलाफ जयपुर के पुलिस थाने में दहेज प्रताड़ना समेत अन्य गंभीर धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कराया था।

कनिल जैन की कनाडा निवासी बेटी, ओशो आश्रम निवासी बेटा व बहू से पूछताछ की गई। उनका कहना है कि दूसरी पत्नी द्वारा दर्ज कराए गए केस की वजह से कनिल को आए दिन पेशी करने जयपुर जाना पड़ता था, जिससे वे परेशान थे।

आश्रम प्रबंधन ने साधी चुप्पी

आचार्य रजनीश के करीबी की इस तरह हुई मौत पर आश्रम प्रबंधन चुप्पी साधे बैठा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कनिल जैन की मौत इसलिए संदिग्ध प्रतीत होती है क्योंकि हाथ की नसें बहुत गहराई से काटी गई हैं। किसी जीवित व्यक्ति के लिए खुद के शरीर पर इतने गहरे घाव करना आसान कार्य नहीं। कनिल आश्रम स्थित दो मंजिला आवास में रहते थे। भूतल पर वे तथा पहली मंजिल पर बेटा-बहू निवास करते थे।

सुसाइड नोट में 2017 लिखा

पुलिस ने कनिल के कमरे से सुसाइड नोट जब्त किया है। जिस पर तिथि 9 अगस्त 2017 अंकित है। प्रथमदृष्ट्या पुलिस ने सुसाइड नोट की राइटिंग मृतक की होने की संभावना व्यक्त की है। लेकिन उस पर 2017 लिखे होने से संदेह बढ़ा है।

10 अगस्त 2019 को रक्तरंजिश शव मिला 

ओशो आश्रम देवताल निवासी कनिल जैन का रक्तरंजिश शव उनके कमरे में 10 अगस्त को पाया गया था। बहुत गहराई से हाथ की नसें कटने से शरीर का पूरा खून बह गया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। मर्ग कायम कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिजन के बयान लिए जा चुके हैं।

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