नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान बुरी तरह बौखलाया हुआ है। इसी बौखलाहट में वह दुनिया के कई देशों के पास मदद के लिए गिड़गिड़ा चुका है। कुछ भी हाथ न लगने पर अब पाक ने एक और बचकानी हरकत की है। पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन एम मजारी ने यूनिसेफ के चीफ को पत्र लिखकर प्रियंका चोपड़ा को यूएन के गुडविल एम्बेसडर ( शांति सदभावना राजदूत) के पद से हटाने की मांग की है। इससे पहले कुछ दिन पहले भी मजारी एक ट्वीट कर प्रियंका को इस पद से हटाने की मांग कर चुकी हैं।
मजारी ने प्रियंका पर युद्धोन्माद फैलाने का आरोप लगाते हुए एक ट्वीट में कहा था कि यूनिसेफ को तुरंत प्रियंका चोपड़ा को अपने राजदूत के पद से हटाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने भारतीय सेना और खराब मोदी सरकार का समर्थन किया है। ऐसा नहीं किया गया तो ऐसी नियुक्तियां एक तमाशा बनकर रह जाएंगी। यूनिसेफ को निश्चित ही इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि इन मानद पदों के लिए वह किसे नियुक्त कर रहा है।
अपने इस पत्र में पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री ने लिखा है कि आपने प्रियंका चोपड़ा को यूएन का गुडविल एम्बेसडर बनाया है। कश्मीर में जो कुछ हुआ वो मोदी सरकार के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का उल्लंघन करने की वजह से हुआ है।
पाकिस्तानी मंत्री की इस नाराजगी की वजह प्रियंका द्वारा एक पाकिस्तानी लड़की को दिया गया करारा जवाब है। आयशा मलिक नामक इस लड़की ने प्रियंका पर आरोप लगाया था कि उन्होंने पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना के पक्ष में ट्वीट कर पाकिस्तान के खिलाफ परमाणु युद्ध के खतरे को बढ़ावा दिया था और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। प्रियंका चोपड़ा ने पूरा सवाल सुनने के बाद जवाब देते हुए कहा कि मेरे बहुत सारे फैंस हैं और पाकिस्तान में भी मेरे चाहने वालों की संख्या काफी है, उसके लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। मैं भारत से हूं। जंग किसी भी समस्या का समाधान नहीं है और न ही मैं इसके फेवर में हूं लेकिन मैं एक देशभक्त हूं। मैं माफी मांगती हूं अगर मेरी किसी बात से आपको दुख पहुंचा हो। उन्होंने लड़की से दो टूक कहा था कि वह उनसे चिल्लाकर बात न करे।