भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में अब सीनियर और जूनियर छात्रों को अलग-अलग हॉस्टल में रखा जाएगा। यह फैसला यूआईटी के डायरेक्टर आरएस राजपूत ने लिया है। इसके साथ ही रैगिंग का मामला प्रोक्टोरियल कमेटी को भेजने का फैसला किया है।
यूआईटी के यूआईटी के हॉस्टल एक छात्र के एंटी रैगिंग हेल्पलाइन में शिकायत के बाद डायरेक्टर राजपूत ने सभी छात्रों को शुक्रवार सुबह 11 बजे मीटिंग के लिए बुलाया था। प्रबंधन का दावा है कि बातचीत के दौरान छात्रों ने कहा कि आपस में झगड़ा हुआ था। रैगिंग जैसा कोई मामला नहीं है जबकि छात्र ने हेल्पलाइन में शिकायत की है अत: मामला रैगिंग का ही है।
छात्रों से बात करने के बाद डायरेक्टर राजपूत ने वॉर्डन को हॉस्टल में क्लास के अनुसार छात्रों को अलग रखने के निर्देश दिए। अभी नए और पुराने हॉस्टल में मिलाकर करीब 350 छात्रों की क्षमता है। राजपूत ने वॉर्डन को दो दिन के अंदर इसे ठीक करने के निर्देश दिए हैं और इसके साथ पूरे मामले को प्रोक्टोरियल कमेटी को भेजने का निर्णय लिया।