भोपाल। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार का खुला संरक्षण और भ्रष्ट अधिकारी व नेताओं को पॉवरफुल पोजीशन देने के कई मामले सामने आ चुके हैं। ताजा मामला पर्यटन मंत्रालय का है। भ्रष्टाचार के सबूत जुटाने के लिए आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने सूचना के अधिकार के तहत एक जानकारी मांगी तो पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल हनी ने जानकारी वाली फाइल बंगले पर बुलाकर रख ली। 8 महीने से मंत्रीजी फाइल पर बैठे हैं। दफ्तर वाले बोल रहे हैं कि मंत्रीजी उठेंगे तब ही तो फाइल में दबी जानकारी बाहर आ पाएगी।
मामला भोपाल मे लिली टावर मे मप्र पर्यटन बोर्ड मुख्यालय के 7 लाख के किराये और शाही साज सज्जा की गड़बड़ी का है। आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे का कहना है कि यह भ्रष्टाचार शिवराज सिंह चौहान सरकार के समय हुआ था। मैंने आरटीआई के तहत मार्च 2019 मे पूछा तो विभाग ने अपैल में बताया की फाइल मंत्री बंगले पर है। फिर अगस्त मे पता करने पर सूचना मिली कि फाइल मंत्री बंगले पर कैद है।
आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे का आरोप है कि पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल हनी भ्रष्टाचार को संरक्षण देने के लिए जानकारी छुपा रहे हैं। दुबे का कहना है कि सूचना का अधिकार अधिनियम का उल्लंघन करने के लिए जिम्मेदार मंत्री और पर्यटन बोर्ड के खिलाफ सूचना आयोग में शिकायत दर्ज करवायेंगे।