भोपाल। प्रदेश के विभिन्न सहकारी संस्थाओं में काम करने वाले कर्मचारियों को कमलनाथ सरकार पेंशन का बड़ा तोहफा देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए सरकार द्वारा केरल के पैटर्न को अपनाने की तैयारी में है। इसके लिए मसौदा तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है। दरअसल वर्तमान समय में प्रदेश की सहकारी संस्थाओं में वर्तमान में पेंशन की कोई योजना नहीं है।
कर्मचारी इसके लिए लगातार मांग करते रहे हैं। इनकी मांग पर विचार करते हुए सरकार अब इन्हें पेंशन देने की कवायद कर रही है। इसके लिए सहकारिता के अधिकारियों के एक दल को केरल भी अध्ययन के लिए भेजा गया था। केरल में सहकारी संस्थाओं के कर्मचारियों को पेंशन दी जाती है। वहां जिस मॉडल पर काम होता है, दल ने उसका अध्ययन किया। यह दल हाल ही में लौटा है। विभागीय सूत्रों की माने तो जल्द ही वह अपनी रिपोर्ट सहकारिता आयुक्त एवं पंजीयक, सहकारी संस्थाएं को दे देगा। इसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
क्या है केरल पैटर्न
केरल में सहकारी संस्था के कर्मचारियों के पेंशन देने के लिए को-ऑपरेटिव पेंशन बोर्ड का गठन किया गया है। यह 1995 से काम कर रहा है। इसमें कर्मचारी अपना कंट्रीब्यूशन देते हैं, उसी से रिटायरमेंट के बाद उन्हें पेंशन मिलती है।
इन्हें मिल सकता है फायदा
इससे अपेक्स बैंक, जिला सहकारी बैंक, अपैक्स, मार्कफेड, आवास संघ, बीज संघ के कर्मचारियों को लाभ होगा। सहकारी संस्थाओं में 20 हजार कर्मचारी हैं। अपेक्स बैंक व उसकी 24 शाखाओं, 38 जिला सहकारी बैंक व उसकी 829 सहकारी समितियों के कर्मचारी शामिल हैं।