उज्जैन। दस रुपए मात्र में ऑनलाइन जॉब रजिस्ट्रेशन का झांसा देकर महिला डॉक्टर (DOCTOR MAHNOOR KHAN) के खाते से 1 लाख 22 हजार रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। रजिस्ट्रेशन फेल बताकर ठग ने 9 मिनट के दौरान पांच बार अलग-अलग ओटीपी पता किया और खाते से रुपए ट्रांसफर कर लिए। राज्य साइबर सेल ने महिला की शिकायत पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया।
फोन पर किस तरह उलझाकर रखते हैं
नागझिरी निवासी डॉक्टर माहेनूर खान के मोबाइल पर 1 अगस्त को जॉब रजिस्ट्रेशन को लेकर फोन आया था। मात्र दस रुपए में जॉब रजिस्ट्रेशन के कारण माहेनूर ठग के झांसे में आ गई। कम्प्यूटर पर जॉब रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी। ठग इस दौरान फोन पर बात करता रहा। महिला ने पहली बार जैसे ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की तो रजिस्ट्रेशन फेल बताया गया। ठग ने कहा कि आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा, उसे मुझे बताएं, मैं यहां चैक करता हूं। ऐसा पांच बार हुआ जब रजिस्ट्रेशन फेल ही बताता रहा।
मात्र 9 मिनट में 1.21 लाख रुपए गायब
सुबह 11 बजकर 2 मिनट से 11 बजकर 11 मिनट के दौरान ठग ने पांच नए ओटीपी महिला से पूछे और खाते से 1 लाख 21 हजार 973 रुपए अपने वॉलेट में ट्रांसफर कर लिए। राज्य साइबर सेल निरीक्षक नरेंद्र गोमे ने बताया कि जॉब शाइन सर्विस डाॅट इन नामक फर्जी वेबसाइट के माध्यम से नागझिरी निवासी डॉक्टर से ठगी की गई है। यह पता चला रुपए मोबिक्वीक वॉलेट में गए हैं। घटना में तकनीकी जांच की जा रही है। इस तरह की फर्जी वेबसाइट के माध्यम से पहले भी लोगों को ठगा जा चुका है। निरीक्षक गोमे ने बताया एक साल पहले दस रुपए में जॉब रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले दिल्ली के दो युवकों को गिरफ्तार किया था जो अभी भी जेल में है।
सावधान रहें और किसी को भी ओटीपी न बताएं
राज्य साइबर सेल एसपी जितेन्द्रसिंह ने कहा साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहे है। ऐसे में लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। वन टाइम पासवर्ड यानी कि ओटीपी नंबर कोई फोन पर पूछे तो समझ लीजिए कि वह ठग है। उसका फोन काट दे, किसी को भी अपना ओटीपी न बताएं।