भोपाल। मध्य प्रदेश में शिक्षकों पर अक्सर आरोप लगते हैं कि वो कर्तव्य के प्रति लापरवाह होते हैं परंतु दमोह जिले में एक महिला शिक्षक शकुन ठाकुर हैं जो हर रोज जान जोखिम में डालकर बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल जातीं हैं। वो 60 फीट गहरी नदी में लकड़ी की नाव को चप्पू से चलाकर स्कूल जातीं हैं और इसी तरह लौटकर आतीं हैं।
स्कूल जाने के लिए नदी ही एकमात्र मार्ग है
नोहटा के पत्रकार नीतेश पटेल की रिपोट के अनुसार जबेरा ब्लाक के दिनारी प्राइमरी स्कूल में पदस्थ शकुन ठाकुर ग्राम धमारा में रहतीं हैं। धमारा से दिनारी की दूरी सड़क से करीब 18 किमी है, लेकिन यह कच्ची सड़क है और यातायात के साधन नहीं मिलते। दूसरी ओर नाव से व्यारमा नदी पार कर उनका सफर मात्र 100 मीटर की दूरी में पूरा हो जाता है। इसलिए शकुन हर रोज लकड़ी की नाव से समय पर स्कूल पहुंच जाती हैं।
पहले डर लगता था, अब आदत हो गई है
शकुन ने बताया कि पहले उन्हें नदी पार करने में डर लगता था और पति इमरत सिंह छोड़ने के लिए आते थे, लेकिन कुछ दिन बाद अकेले जाने लगीं। अब आदत हो गई है।
सम्मानित किया जाएगा
यदि शिक्षिका ऐसा कर रही है तो यह साहसी काम है। कल ही शिक्षक को भेजकर हकीकत पता लगाते हैं, समस्या का समाधान करने शासन को लिखेंगे और महिला को सम्मानित भी कराएंगे। पीपी सिंह, डीईओ, दमोह
Video by Ramjan Khan Journalist