भोपाल। मध्य प्रदेश में बिजली और कांग्रेस सरकार का शायद 36 का आंकड़ा है। लोकसभा चुनाव में सीएम कमलनाथ के वोट डालते ही बिजली गुल हो गई थी। ऐसे दर्जनों उदाहरण पहले भी आ चुके हैं और आज एक बार फिर ठीक उस समय बिजली गुल हुई जब ऊर्जा मंत्री मध्य प्रदेश में भरपूर बिजली होने का दावा कर रहे थे।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह पत्रकार वार्ता का आयोजन किया था। इस दौरान वो आंकड़ों के साथ दावा कर रहे थे कि मध्य प्रदेश में भरपूर बिजली उपलब्ध है और सप्लाई की जा रही है। कहीं किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं है। इसी दौरान अचानक बिजली गुल हो गई। यदि मीडिया के कैमरों में बैटरी वाली लाइट नही होती तो मंत्रीजी की प्रेस वार्ता अंधेरे में डूब गई होती।
बिजली कंपनियां मनमाने बिल दे रहीं हैं
मध्य प्रदेश में बिजली कंपनियां पिछले 4 माह से मनमाने बिल थोप रहीं हैं। जो उपभाक्ता पॉवरफुल हैं उनके बिलों में संशोधन किया जा रहा है, लेकिन आम आदमी जिसकी पहुंच पकड़ ऊपर तक नहीं है, उसे पूर्व की तुलना में करीब 4 गुना तक बिल भरना पड़ रहा है।