ग्वालियर। अपराधियों के मामले में ग्वालियर पुलिस कुछ ज्यादा ही नरम नजर आ रही है। एक अज्ञात डाकू गिरोह ने चिनोर गांव के 10 लोगों के यहां डकैती डालने का ऐलान किया था। उसने 3 डकैतियां डाल दीं, 7 शेष हैं। ग्रामीण सुरक्षा की मांग लेकर एसपी के पास पहुंचे तो एसपी ने जांच कराने का आश्वासन देकर रवाना कर दिया। ग्रामीणों ने चिनोर थाना पुलिस को डाकुओं से मिले होने का आरोप लगाया है।
पहले चिट्ठी लिखकर फिरौती मांगी थी
पीड़ित परिवार का आरोप है कि कुछ दिनों पहले एक चिट्ठी उन्हें डाक के जरिए मिली था। जिसमें उनसे मांग की गई थी कि उनके परिवार के 10 लोग पांच-पांच लाख रुपये शीतला माता मंदिर पर रख जाएं। यदि उन्होंने उनकी बात नहीं मानी, तो उनके घर पर डकैती डालकर पैसा ले जाएंगे।
एक के बाद एक 3 डकैतियां हो गईं
चिट्ठी मिलने पर पीड़ित परिवार ने पुलिस को जानकारी दी। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने इस धमकी भरी चिट्ठी को हल्के में लिया। इसके बाद एक के बाद एक इस परिवार के लोगों के यहां तीन डकैतियां हो गईं। डकैतियों का सिलसिला जब नहीं थमा तो पीड़ित परिवार के सब्र का बांध टूट गया। वह इकट्ठा होकर ग्वालियर एसपी से मिलने पहुंचे। जिस समय यह लोग एसपी से मिलने पहुंचे, उस समय एसपी कलेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना समिति की बैठक में व्यस्त थे। इसके बाद यह लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे।
ग्वालियर एसपी ने भी सुरक्षा नहीं जांच के आदेश दिए
पीड़ित परिवार अपने साथ सैकड़ों ग्रामीणों को लेकर पहुंचे थे और इन लोगों ने कलेक्ट्रेट के बाहर ही पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ग्वालियर एसपी नवनीत भसीन का कहना है कि पीड़ित परिवार आज ही उनसे मिला है। हमनें तत्काल एडिशनल एसपी को इस मामले की पड़ताल करने की जिम्मेदारी दी है। उन्होंने कहा कि चिट्ठी में जिन 10 लोगों के नाम दिए गए थे, उनमें से 3 लोगों के यहां डकैती होने की बात सामने आई है। यह चिट्ठी कहां से और किन लोगों ने भेजी, इसकी जांच कराई जा रही है। वहीं, चिनोर पुलिस थाना के स्टाफ पर उदासीनता बरतने के आरोप पर उन्होंने कहा कि इसकी भी जांच कराई जाएगी। जो पुलिस अधिकारी अपने कर्तव्य का निर्वहन नहीं कर रहे हैं, उन पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।