इंदौर। कई होटल और रेस्त्रां संस्थान अपने यहां बचा हुआ खाना या तो फेंक देते हैं या उसे निगम की गाड़ी को दे देते हैं। इसके बजाय आप लोग ऐसा खाना जो दूसरों के काम आ सकता है, उसे निगम के फूड एटीएम को भिजवाएं। वहां से यह खाना जरूरतमंदों तक पहुंच जाएगा। शहर में निगम ने 10 फूड एटीएम की स्थापना की है।
यह आग्रह नगर निगम के अपर आयुक्त रजनीश कसेरा, कंसल्टेंट असद वारसी और मुख्य स्वास्थ्य पदाधिकारी केएस वर्मा ने बुधवार को होटल और मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों से किया। निगम ने सिटी बस ऑफिस में स्वच्छता सर्वे 2020 की जानकारियां देने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया था, जिसमें 50 से ज्यादा लोगों ने सहभागिता की। कंसल्टेंट ने बताया कि निगम शहर से निकलने वाले मलबे से ईंट, इंटरलॉकिंग टाइल्स आदि बना रहा है। जो नागरिक ग्रीन बिल्डिंग बनाना चाहते हैं, वे ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित सीएंडडी प्लांट से ईंट, कर्व स्टोन, पेवर ब्लॉक आदि खरीद सकते हैं। आपके संस्थानों और घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का इंतजाम जरूर करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा बरसाती पानी हम जमीन के भीतर भेज सकें।
इंदौर और उसके आसपास का क्षेत्र डार्क जोन में है, यानी हमें जल सहेजने पर सबसे ज्यादा ध्यान देना होगा। ऐसी आशंका है कि 2024-25 तक यहां का भूजल स्तर जीरो हो जाएगा। निगम ने हर जोन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए ठेकेदारों की टीम तैयार की है। सिस्टम लगाने वाले व्यक्ति को फिल्टर और पाइप का खर्च उठाना होगा और बाकी काम ठेकेदार एजेंसी खुद करेगी। निगम अफसरों ने आगामी स्वच्छता सर्वे के मद्देनजर संस्थानों की सुविधाओं, व्यवस्थाओं, सीवरेज सिस्टम, पेयजल सिस्टम, साफ-सफाई, टॉयलेट आदि को लेकर विभिन्ना मानकों की जानकारी एसोसिएशन पदाधिकारियों को दी। सभी ने निगम को पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया।